Haryana : रोहतक लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवार राजेश कुमार बैरागी ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने बीएसपी(BSP) के पदाधिकारियों पर आरोप लगाया कि वे भाजपा(BJP) के साथ मिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनसे बार-बार फंड्स की मांग की जा रही थी। भाजपा को हराने के लिए दीपेंद्र सिंह हुड्डा(Deepender) ही प्रबल उम्मीदवार हैं, इसलिए उसने संविधान की रक्षा के लिए उन्हें समर्थन दिया।
इससे पहले बीएसपी(BSP) के प्रदेश अध्यक्ष राजबीर सोरखी ने रविवार को पत्रकारों के सामने दीपेंद्र सिंह हुड्डा पर राजेश बैरागी को मैनेज करने का आरोप लगाया था। उत्तर देते हुए राजेश बैरागी ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा(Deepender) का समर्थन करने के लगभग 10 दिन बाद अब प्रदेश अध्यक्ष राजबीर सोरखी जो प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं, इससे लगता है कि राजबीर सोरखी या पूरी बसपा पार्टी मैनेज हो रखी है। राजेश बैरागी ने कहा कि उनका नामांकन पत्र वापस लेने का उद्देश्य यही था कि इन्होंने उससे अनावश्यक पैसे की मांग की थी। बार-बार फंड्स मांगा जा रहा था। 4 मई को उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया था।
इसके बाद तरह-तरह के फंड्स के नाम पर पैसे मांग रहे थे। जिसके कारण तंग होकर नामांकन पत्र वापस लिया है। उन्होंने कहा कि मैनेज वे नहीं बीएसपी के पदाधिकारी हो रखे हैं। अगर ये साफ-सुधरे होते तो बीजेपी से मैनेज थोड़ी होते।
भाजपा हारेगी तो संविधान बचेगा
उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान विरोधी है, भाजपा हारेगी तो संविधान बचेगा। एक मजबूत उम्मीदवार दीपेंद्र हुड्डा था। इसलिए उनको समर्थन दिया है कि गरीब, कमेरा व पिछड़ा वर्ग की लड़ाई को मजबूती से लड़ेंगे। उन्होंने भाजपा को हराने के लिए दीपेंद्र का समर्थन किया। उन्होंने बसपा से टिकट लिया था और चुनाव मैदान में आए थे। लेकिन पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने उनका सहयोग तक नहीं किया। कहीं पर प्रचार तक नहीं गए।