Haryana की सबसे चर्चित सीट रोहतक लोकसभा सीट पर कांग्रेस(Congress) के उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह हुड्डा(Deepender Hooda) की जीत अब निश्चित मानी जा रही है। शुरूआती रुझानों में ही उन्होंने बढ़त बना ली थी, जो अब 3 लाख से भी ज्यादा हो गई है। जिसको लेकर कार्यकर्ताओं(Worker) में खुशी की लहर दौड़ गई है।
दीपेंद्र हुड्डा को अब तक 698,644 वोट मिल चुके हैं, जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंदी, भाजपा के उम्मीदवार डॉ. अरविंद शर्मा को 382,116 वोट मिले हैं। दीपेंद्र हुड्डा 316,528 वोटों से आगे चल रहे हैं और अब करीब डेढ़ लाख वोटों की गिनती बाकी है। इस स्थिति को देखते हुए, दीपेंद्र सिंह हुड्डा की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है। उनके आवास पर समर्थकों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है, लोग नाच-गाकर जश्न मना रहे हैं। दीपेंद्र सिंह हुड्डा अपने आवास और चुनाव कार्यालय पहुंचे और वहाँ उन्होंने लोगों का अभिवादन किया।

रोहतक लोकसभा सीट की ताज़ा स्थिति पर नज़र डालें तो दीपेंद्र हुड्डा विभिन्न विधानसभाओं में भी बढ़त बनाए हुए हैं। वहीं झज्जर विधानसभा से उन्होंने 18 राउंड की गिनती के बाद 43,385 वोटों से जीत हासिल की है। बेरी विधानसभा में 19 राउंड की गिनती के बाद, वे 55,644 वोटों से आगे हैं। बादली विधानसभा में भी दीपेंद्र हुड्डा ने 19 राउंड की गिनती के बाद 46,700 वोटों से बढ़त बनाई है। बहादुरगढ़ विधानसभा में 16 राउंड की गिनती के बाद दीपेंद्र हुड्डा 16,235 वोटों से आगे चल रहे हैं। यहाँ अभी सात राउंड की गिनती बाकी है। इन सबके आधार पर रोहतक लोकसभा सीट पर दीपेंद्र सिंह हुड्डा की जीत की घोषणा की जा सकती है। समर्थक बड़ी संख्या में उनके आवास पर इकट्ठा हो रहे हैं और जश्न मना रहे हैं।
यह मेरी नहीं, जनता की जीत
दीपेंद्र हुड्डा के समर्थक इस जीत को कांग्रेस की बड़ी सफलता मान रहे हैं। समर्थकों का मानना है कि यह जीत सिर्फ दीपेंद्र हुड्डा की नहीं, बल्कि पूरे कांग्रेस संगठन की है। यह नतीजे दिखाते हैं कि लोग कांग्रेस की नीतियों और नेतृत्व पर विश्वास कर रहे हैं। रोहतक सीट पर जीत हासिल करने के बाद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह जीत जनता की जीत है। उन्होंने अपने समर्थकों और मतदाताओं का धन्यवाद किया और कहा कि वे जनता की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।

हुड्डा की क्षेत्र में मजबूत पकड़-लोकप्रियता
रोहतक लोकसभा सीट पर दीपेंद्र सिंह हुड्डा की बढ़त के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं। सबसे प्रमुख कारण उनकी और उनके पिता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की क्षेत्र में मजबूत पकड़ और लोकप्रियता है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उनके कार्यकाल में क्षेत्र में विकास कार्य तेजी से हुए थे। इसके अलावा दीपेंद्र हुड्डा ने अपने चुनाव प्रचार में जनता के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया और अपने विकास कार्यों का बखान किया।
एजेंडे को प्रमुखता से सामने रखा
उन्होंने युवाओं के लिए रोजगार, किसानों के लिए बेहतर सुविधाएं और महिलाओं के लिए सुरक्षा को अपने एजेंडे में प्रमुखता से रखा। दीपेंद्र सिंह हुड्डा की जीत से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह है। इस जीत को 2024 के आम चुनावों से पहले कांग्रेस के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। यह नतीजे कांग्रेस के लिए एक सकारात्मक संकेत हैं और इससे पार्टी को आने वाले चुनावों में भी फायदा मिल सकता है।