हरियाणा में लोकसभा चुनाव के दौरान आईएएस अधिकारियों की गृह जिले में तैनाती के मामले में लगातार शिकायतें आ रही हैं। भारतीय चुनाव आयोग तक इस मुद्दे की रिपोर्ट हो रही है। इस बार पंचकूला के DC सुशील सारवान की तैनाती के खिलाफ सवाल उठ रहे हैं क्योंकि उनकी तैनाती अंबाला लोकसभा क्षेत्र में हुई है।
पंचकूला जिला अंबाला लोकसभा क्षेत्र से संबंधित है। उनकी मां पूर्व में अंबाला के बराड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुकी हैं। शिकायत में कहा गया है कि उनकी तैनाती नियमों के विपरीत है इसलिए उनका नियमानुसार तबादला होना चाहिए। इसी प्रकार हाल ही में सिरसा की एमपी सुनीता दुग्गल के आईपीएस पति राजेश दुग्गल का तबादला गुरुग्राम से पुलिस मुख्यालय में हुआ था। चुनावी प्रक्रिया में जिला रिटर्निंग ऑफिसर का महत्वपूर्ण रोल होता है।
सुशील सारवान ने पिछले साल अगस्त महीने में पंचकूला जिले का कार्यभार संभाला था। उन्होंने यहां ऑफिसों में जींस पहनने पर रोक लगाई है और सभी कर्मचारियों को फॉर्मल ड्रेस पहनकर आने के लिए कहा है। उन्होंने अपने आदेश को उनकी अनुशासनशीलता के संदर्भ में समझाया है। सरकारी और गैर-सरकारी कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड लागू करने का निर्देश दिया है। मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के खिलाफ भी शिकायत की गई है और हरियाणा सरकार ने चुनाव आयोग से स्पष्ट निर्देश मांगा है। ईसीआई के निर्देशों के अनुसार लोकसभा चुनाव से पहले अफसरों की तैनाती का आधार संसदीय क्षेत्र बनाया जाता है। इसी तरह आरओ के लिए ईसीआई में स्पष्ट गाइडलाइन नहीं है जो कि इस प्रक्रिया को अधिक स्पष्ट और संरक्षित बनाने में मदद कर सकती है।