Jind : उचाना विधानसभा क्षेत्र में स्थित सुंदरपुरा गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया, जिसके बाद शनिवार को जिला प्रशासन अधिकारी(DC) मोहम्मद इमरान रजा और SP सुमित कुमार ने गांव में मतदान की अपील की। लेकिन ग्रामीण इसका पालन नहीं कर रहे थे। इसके बाद पुलिस को तैनात किया गया, ताकि कोई भी गांव से मतदान करने आए तो उन्हें रोका जा सके, गांव में कुल 1610 वोटर हैं।
बताया गया कि 6 साल पहले से ही सुंदरपुरा को नरवाना तहसील से उचाना तहसील के अंतर्गत किया गया है। अधिकांश ग्रामीण अधिकांश काम के लिए नरवाना में ही रहते हैं और उचाना जाने में मजबूर हैं। इससे समय और पैसे की बर्बादी हो रही है। नरवाना गांव के नजदीक है, जबकि उचाना दूर है। ग्रामीण इसकी समस्या के समाधान के लिए पहले से ही मांग कर रहे हैं। गांव में एक नाम से खेवट होने के कारण जो ग्रामीण फर्द निकालता है, उसके कारण पूरे गांव में अलग-अलग फर्द नहीं निकल रहे हैं। सुंदरपुरा से नरवाना केवल 3 किलोमीटर की दूरी पर है, जबकि उचाना 23 किलोमीटर दूर है। जिसके कारण ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया।

डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने आश्वासन दिया कि जून माह तक सुंदरपुरा गांव की खेवट अलग कर ली जाएगी। इसके अलावा सुंदरपुरा को उचाना तहसील की बजाय नरवाना में शामिल किए जाने का मामला अतिशीघ्र सरकार के पास भेजा जाएगा। जिला प्रशासन ने सुंदरपुरा की समस्याओं को लेकर सख्ती से काम करने का ऐलान किया है। बुधवार को राजस्व विभाग का पटवारी गांव में बैठेगा और ग्रामीणों के कार्य निपटाएगा। तहसीलदार तीन दिनों तक नरवाना में बैठकर ग्रामीणों के राजस्व संबंधी कार्यों को निपटाएगा।







