Home Minister Amit Shah के बयान के बाद हरियाणा(Haryana) के बुजुर्ग नेताओं ने राहत की सांस ली है। उनके अनुसार भाजपा के संविधान(Constitution) में चुनाव लड़ने(Contest Election) के लिए 75 की उम्र(Age) का कोई जिक्र नहीं होने से हरियाणा के 5 बड़े नेताओं का चुनाव लड़ने(Contest Election) का रास्ता साफ हो गया है।
बता दें कि प्रदेश में 5 ऐसे नेता हैं जो 70 की उम्र पार कर चुके हैं। इनमें 2 ऐसे नेता हैं, जो सांसद बनने और 3 ऐसे हैं, जो विधायक बनने के लिए चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा संजीवनी पंचकूला के विधायक एवं विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को मिली है, जो अब 75 की उम्र सीमा में पहुंच गए हैं। हालांकि अभी पार्टी के दूसरे सीनियर लीडर्स की उम्र 70 से 74 वर्ष तक ही है, लेकिन 2029 का चुनाव लड़ने में भी उन्हें अब कोई दिक्कत नहीं होगी।
दरअसल अमित शाह ने हाल ही में आम आदमी पार्टी(AAP) सुप्रीमो एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि भाजपा के संविधान में 75 वर्ष उम्र की कोई बाध्यता नहीं है। देश के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही अगले 5 वर्ष तक प्रधानमंत्री रहेंगे। शाह के इस बयान से भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को नया बल मिला है। इससे पहले ही भाजपा में पिछले 10 वर्षों में 75 वर्ष की उम्र सीमा का हवाला देकर कई भाजपा के बड़े चेहरों को सक्रिय राजनीति से हटाकर राज्यपाल बना दिया गया था।
भाजपा में स्पीकर ज्ञानचंद उम्र में सबसे बड़े
स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता सबसे बुजुर्ग नेता हरियाणा भाजपा में स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता उम्र में सबसे बड़े हैं। वह 75 वर्ष की सीमा पार कर गए हैं। उनके अगले विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर तमाम तरह की अटकलें चल रही थीं। हालांकि, ज्ञान चंद्र गुप्ता खुद अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं, पर उन्हें अंदर से 75 वर्ष की उम्र सीमा का बंधन डरा रहा था, लेकिन अमित शाह के बयान से उनको राहत मिली है।