Karnal लोकसभा सीट से NCP और इनेलो के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में कैंडिडेट मराठा वीरेंद्र वर्मा(Virendra Verma) ने नामांकन किया है। उन्होंने करनाल की रोड धर्मशाला में एक आम सभा में अपनी बात रखी। इसमें उन्होंने कांग्रेस और भाजपा(Congress-BJP candidate) के उम्मीदवारों को “झांगी(Jhangi)” कहा।
उन्होंने कहा कि उनका मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों से नहीं है, बल्कि दोनों “झांगियों” से है। वह इसे खुलकर कहने के लिए तैयार हैं। वह एक घटना के बारे में संवाद किया जिसमें दो व्यक्ति ने उसे कांग्रेस को समर्थन देने का कहा, लेकिन उन्होंने उन्हें झांगी बताया। इसे समझकर सभी मौजमस्ती करने लगे। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग इसे झांगी कहने से डरते हैं, लेकिन उन्होंने यह बात खुले दिल से कही। इसके बाद कहा कि कुछ लोग उन्हें रोड पर नहीं बोलने के लिए सलाह देते हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि वह खुलकर बोलेंगे।
बताते हैं कि वे खुद भी झांगियों के साथ गुजरे हैं। वे कहते हैं कि झांगियों ने कभी भी किसी की मदद नहीं की, ना ही किसी का फायदा किया। वे उसी कांग्रेस के उम्मीदवार को भी निशाना बनाते हैं, जिसे वह कमजोर कहते हैं। उन्होंने बताया कि भूपेंद्र हुड्डा को ED और CBI का डर दिखाकर उम्मीदवार बनाया गया है, जो कमजोर है।
कड़े शब्दों में की निंदा
उन्होंने उसी तरह से भाजपा के उम्मीदवार को भी निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि हर उम्मीदवार “झांगी” है, चाहे वह कांग्रेस हो या भाजपा। समझाते हैं कि किसी भी पार्टी को चुनने में अंतर नहीं है। उन्होंने कहा कि हुड्डा ने एक कमजोर उम्मीदवार को उतारा है, ताकि वे जीत सकें। उन्होंने कहा कि इस तरह की भाषा का उपयोग करने से समाज में असंतोष बढ़ता है। वे इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।