Haryana में कांग्रेस और भाजपा दोनों हरियाणा की हिसार और सिरसा लोकसभा सीटों पर बिश्नोई वोट प्राप्त करने के लिए प्रयासरत हैं और वोटरों को लुभाने में लगे हुए हैं। वहीं हरियाणा की दोनों बड़ी पार्टियों(Two Big Parties) को जितवाने के लिए दो सगे भाई(Real Brother) अपने दिन-रात एक करने में जुट गए है, जो कि सत्ता में दोनों एक-दूसरे के खिलाफ हैं। हिसार में 48 हजार और सिरसा में 51 हजार बिश्नोई वोट हैं। पार्टियों का मानना है कि बिश्नोई समाज का वोट एकजुट रहता है, इसलिए उन्हें आकर्षित करना महत्वपूर्ण है।
बता दें कि सिरसा सीट से कांग्रेस की कुमारी सैलजा उम्मीदवार हैं और पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन बिश्नोई का समर्थन कर रहे हैं। हिसार सीट पर भाजपा के रणजीत सिंह चौटाला उम्मीदवार हैं, जिनके समर्थन में कुलदीप बिश्नोई प्रचार कर रहे हैं। भाजपा ने कुलदीप बिश्नोई को सिरसा लोकसभा में भी प्रचार के लिए उतारने का फैसला किया है। इसका मुख्य कारण बिश्नोई समाज के वोटों की माना जाना है। उनके छोटे भाई कुलदीप बिश्नोई भी भजनलाल परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने और अपनापन में वोट मांग रहे हैं।
अगर रणजीत सिंह चौटाला भाजपा द्वारा हिसार सीट से चुने जाते हैं, तो कुलदीप को आशा है कि उनके बेटे भव्य को मंत्री बनाया जा सकता है। कुलदीप और चंद्रमोहन बिश्नोई गांवों में प्रचार कर रहे हैं और लोगों को अपने पक्ष में खींचने की कोशिश कर रहे हैं। कुलदीप के मैदान में उतरने से माहौल और जोरदार हो रहा है। चंद्रमोहन और कुलदीप के चचेरे भाई दुड़ाराम भी फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र से ही भाजपा विधायक हैं। यहां भाजपा प्रत्याशी के चुनाव की बागडोर दुड़ाराम ने ही संभाली हुई है।
पहली बार वोट मांगने आया हूं : चंद्रमोहन
भाजपा की ओर से हिसार सीट पर रणजीत सिंह चौटाला उम्मीदवार हैं, जो कैबिनेट मंत्री भी हैं। अगर वह चुनाव जीत जाते हैं तो मंत्री पद खाली हो जाएगा, जिसे कुलदीप के बेटे भव्य को दिलाने की उम्मीद है। चंद्रमोहन बिश्नोई की ओर से कुमारी सैलजा के लिए प्रचार करते हुए वह पिछले दिनों गांवों का दौरा किया था और लोगों को अपनी बात सुनाई। कुलदीप बिश्नोई भी फतेहाबाद में प्रचार करेंगे, जहां उनके चचेरे भाई भाजपा विधायक हैं। चंद्रमोहन बिश्नोई ने जनसभा में कहा मैं पहली बार वोट मांगने आया हूं और मेरा बचपन भी यहीं बीता है। कुमारी सैलजा ने मुझे राजनीतिक जीवनदान दिया है और उनकी जीत मेरा पहला कर्तव्य है।