Haryana में हुए लोकसभा चुनाव में दिग्गज नेताओं के हलकों से ज्यादा लोगों की दिलचस्पी नहीं रही। इसके चलते उनकी विधानसभाओं में वोटिंग(Voting) में 18 से 5% तक कमी आई है। कुछ नेताओं के हलकों में वोटिंग(Voting) में कमी आई है, जबकि कुछ के हलकों में स्थिति बेहतर रही है।
कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज(Vij) के हलकों में वोटिंग अधिक हुई है, जबकि राज्य मंत्री अभय यादव के हलके में वोटिंग में 18% की कमी आई है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर(Khattar) भी उतनी वोटिंग नहीं करवा पाए, जितना कि उनके द्वारा प्रचार पर जोर दिया गया। बता दें कि कुछ नेताओं के हलकों में सिर्फ 0.40 % तक की वोटिंग में कमी आई है, जैसे कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारी लाल के हलके में। वहीं बिजली मंत्री रणजीत सिंह के हलके में 6.60 % की कमी आई है। कुछ नेताओं के हलकों में वोटिंग में कमी हुई है, लेकिन कुछ के हलकों में स्थिति बेहतर रही है।
सरकार और भाजपा संगठन वोटिंग में कमी के बारे में चिंतित हैं और इस पर रिव्यू मीटिंग कर रहे हैं। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि वे लोगों की वोटिंग के साथ संतुष्ट हैं, लेकिन वे भी रिव्यू मीटिंग कर रहे हैं। भाजपा की 40 सीटों में से 6 सीटों पर 55 % से कम वोटिंग हुई है। कांग्रेस के पास 30 सीटें हैं, जिनमें से 8 सीटों पर 65 % से अधिक तो 3 सीटों पर 55 % से कम वोटिंग हुई है। जजपा की 10 सीटों में से 2 सीटों पर 65 % से अधिक वोटिंग हुई है। नेताओं के हलकों में भी वोटिंग में कमी हुई है, जैसे जजपा विधायक देवेंद्र बबली के हलके में 17.00 % की कमी आई है।