➤ पुरखास राठी गांव का युवक जतिन राठी लेकर आया था कांवड़
➤ 51 लीटर जल उठाने से कंधे में हुआ फ्रैक्चर, दर्द कम करने को लीं पेनकिलर
➤ पेनकिलर से किडनी-लीवर फेल, अस्पताल में हुई मौत, गांव में मातम
हरिद्वार से कांवड़ लाकर श्रद्धा का परिचय देने वाले सोनीपत के गांव पुरखास राठी निवासी जतिन राठी की श्रद्धा ने ही उसकी जान ले ली। जतिन महज 20 साल का था और इस बार कांवड़ यात्रा में उसने 51 लीटर गंगाजल उठाया था। गंगाजल लाते वक्त उसके कंधे में फ्रैक्चर हो गया, लेकिन उसने कांवड़ उठाना नहीं छोड़ा। कंधे में तेज दर्द के चलते जतिन ने बार-बार पेनकिलर दवाइयां लीं, जिससे उसकी किडनी और लीवर में इंफेक्शन फैल गया।
जतिन ने जल मंदिर में गंगाजल चढ़ाया और जैसे ही पूजा संपन्न हुई, उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। कुछ ही दिनों में उसकी हालत और बिगड़ती चली गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जतिन की मौत के बाद परिवार और पूरे गांव में मातम छा गया है।
परिवार का कहना श्रद्धा 1 लीटर जल में भी बहुत है। बेटा खो चुके लेकिन श्रद्धा अनुसार ही उठाएंं। बता दें कि जतिन की बड़ी बहन की नवंबर में शादी होनी थी।