➤ अनिरुद्धाचार्य के बयान पर भड़के अनिल विज
➤ कहा– कथावाचक और संत में बहुत फर्क होता है
➤ हरियाणा-बीजेपी और बिहार फर्जी वोटर मामले पर भी दी तीखी प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के वृंदावन में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के महिलाओं को लेकर दिए गए विवादित बयान पर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। विज ने कहा कि कथावाचक और संत में बहुत बड़ा फर्क है। कथावाचक कोई भी चार किताबें पढ़कर बन सकता है, लेकिन संत वो होता है जिसने तप, त्याग और ईश्वर से एकाकार होकर जीवन को समझा हो।
सोमवार को अंबाला में मीडिया से बातचीत करते हुए विज ने साफ कहा कि अनिरुद्धाचार्य ने जिस तरह से महिलाओं के लिए असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उनका मानना है कि ऐसे कथावाचकों की जगह समाज में नहीं होनी चाहिए। विज ने कहा, “लोगों को इन कथावाचकों की बजाय वास्तविक संतों के ज्ञान को सुनना और समझना चाहिए, क्योंकि वही ‘परम सत्य’ बताते हैं।”
विवाद की जड़ अनिरुद्धाचार्य के वायरल वीडियो हैं, जिनमें वह एक युवक को जवाब देते हुए महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करते हैं, जैसे कि “25 साल की लड़की 4 जगह मुंह मार चुकी होती है”। इस पर देशभर में विरोध हो रहा है। दूसरी क्लिप में उन्होंने लिव-इन संबंधों को लेकर भी आपत्तिजनक बातें कही थीं, जिससे महिला संगठनों और सामाजिक वर्गों में आक्रोश है।
विवाद बढ़ने पर अनिरुद्धाचार्य ने एक स्पष्टीकरण वीडियो जारी कर कहा कि उनकी बातों को आधा सुनकर गलत समझा गया, और अगर किसी को ठेस पहुंची हो तो वह क्षमा चाहते हैं। मगर उन्होंने माफी के साथ फिर से वही बात दोहरा दी कि “जो लड़की या लड़का 10 जगह लिव-इन में रह चुका हो, वह किसी एक के साथ रिश्ता कैसे निभाएगा।”
बीजेपी हरियाणा प्रभारी न बनने पर अनिल विज बोले
विज ने साफ किया कि उन्हें कोई नाराजगी नहीं है, बल्कि वह पूरे हरियाणा के भाजपा कार्यकर्ताओं के संपर्क में रहते हैं। उन्होंने कहा, “मैं सबसे सीनियर विधायक हूं। सात बार चुनाव जीत चुका हूं। मेरे कार्यकर्ताओं की डिमांड पर मैं हर विधानसभा क्षेत्र में जाऊंगा। मेरा पार्टी से कोई गिला नहीं है।”
बिहार में फर्जी वोटरों पर तीखा हमला
विज ने तेजस्वी यादव के दो वोटर कार्ड के मामले पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि “जब नेता के दो-दो वोटर कार्ड हैं, तो उनके कार्यकर्ताओं के 100-100 होंगे। यही कारण है कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी का बम फ्यूज उड़ गया है।” उन्होंने दोहराया कि बिहार में फर्जी वोटरों की पैरवी फर्जी नेता ही कर सकते हैं।