पुरानी गाड़ी का बीमा नई पे चलेगा बचत ही बचत होगीजानें कैसे 7

रिश्वत के बदले बॉर्डर पार — जब कानून के रक्षक ही बन बैठे वसूली के एजेंट

हरियाणा की बड़ी खबर
  • भैंस लदी गाड़ियों को बॉर्डर पार कराने के लिए ₹400 की अवैध वसूली का वीडियो वायरल
  • HKRN ड्राइवर हीरा लाल बर्खास्त, ESI सूबे सिंह सस्पेंड
  • गोरक्षा दल ने स्टिंग ऑपरेशन कर वीडियो DSP को सौंपा, SP ने तुरंत की कार्रवाई

Haryana Police Bribery: हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर सालों से चल रही कथित “कैश पास, गाड़ी पास” स्कीम आखिरकार कैमरे में कैद हो गई। पानीपत जिले के सनौली बॉर्डर पर भैंसों से भरी गाड़ियों को यूपी में प्रवेश दिलवाने के एवज में पुलिस कर्मियों द्वारा ₹400 की वसूली का वीडियो वायरल होते ही हरकत में आए पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने कड़ा एक्शन लिया है।

SP ने तुरंत HKRN के तहत लगे ड्राइवर हीरा लाल को नौकरी से बर्खास्त कर दिया और डायल 112 पर तैनात ESI सूबे सिंह को सस्पेंड कर पुलिस लाइन भेज दिया। पूरे मामले की जांच समालखा DSP नरेंद्र सिंह को सौंपी गई है। SP ने बयान जारी कर कहा कि दोषियों के खिलाफ FIR भी दर्ज की जाएगी और बाकी संलिप्त कर्मचारियों की पहचान कर आगे कार्रवाई की जाएगी।


वीडियो में कैद हुआ भ्रष्टाचार का “रेट कार्ड”

गोरक्षा दल से जुड़े दीपक और मंथन शर्मा को ईद से पहले सूचना मिली कि गाय और भैंस तस्करी की आड़ में भारी संख्या में पशु यूपी के एक मेले में भेजे जा रहे हैं। उन्होंने रणनीति बनाकर स्वयं कैंटर ड्राइवरों के साथ बैठकर दो जगहों पर हो रही अवैध वसूली का वीडियो बनाया।

Whatsapp Channel Join

  • पहला नाका: सनौली थाना क्षेत्र में पुलिस ने ₹300 लिए
  • दूसरा नाका: टोल प्लाजा पार करने के बाद डायल 112 टीम ने ₹300 और मांगे
  • बहस के बाद ₹100 प्रति गाड़ी पर “डील” फाइनल हुई

गौर करने वाली बात है कि दोनों नाकों पर रेट लगभग समान थे — एक संगठित वसूली सिस्टम की ओर इशारा करता हुआ।


धमकी: “गाय बना देंगे, केस लंबा कर देंगे”

पुलिस की भाषा और धमकियां भी रिकॉर्ड हुईं। एक कर्मचारी ने ड्राइवरों से कहा —
“भैंस को गाय बनाने में एक मिनट नहीं लगेगा, केस में फंस जाओगे।”
यह बयान अपने आप में पुलिसिया दबंगई और भय के सहारे भ्रष्टाचार को संस्थागत रूप देने की कोशिश को दर्शाता है।


प्रशासन की प्रतिक्रिया: सख्त चेतावनी

DSP सतीश वत्स ने स्पष्ट किया कि समय-समय पर पुलिस कर्मियों को भ्रष्टाचार से दूर रहने की हिदायत दी जाती है, लेकिन कुछ लोग फिर भी ऐसे कार्यों में लिप्त पाए जाते हैं। SP भूपेंद्र सिंह ने कहा, “अब जो भी वसूली में संलिप्त होगा, उसके खिलाफ केवल निलंबन नहीं, केस दर्ज कर जेल भेजा जाएगा।”