➤ छह साल जेल में रहने के बाद भी नहीं सुधरा दिल्ली पुलिस का इंस्पेक्टर सुनील जैन
➤ एक करोड़ की रिश्वत मांगने का आरोप, 30 लाख लेते हुए क्लर्क गिरफ्तार
➤ इंस्पेक्टर ने हरियाणा में रिश्वत मंगवाई, ताकि वह बच सके
एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील जैन और एक निजी स्कूल के क्लर्क को 30 लाख रुपए की रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी क्लर्क संदीप को सोनीपत से और इंस्पेक्टर को दिल्ली से पकड़ा गया। शनिवार को दोनों को कोर्ट में पेश कर एक दिन का रिमांड लिया गया था। रविवार को दोबारा पेशी के बाद इंस्पेक्टर सुनील को तीन दिन का रिमांड मिला है, ताकि उससे केस नंबर 219 से जुड़ी फाइल बरामद की जा सके और अन्य मामलों की भी जांच हो सके। वहीं, क्लर्क संदीप को रिमांड के बाद जेल भेज दिया गया है। रिमांड के दौरान संदीप से ACB को कई अहम सुराग मिले हैं, जिसके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। ACB अब 70 लाख की रिश्वत डील से जुड़ी और भी जानकारियों को खंगाल रही है।
आरोपी इंस्पेक्टर सुनील जैन 2014 में भी रिश्वत मामले में जेल जा चुका है। उसने लगभग 6 साल जेल में बिताए और 2020 में बाहर आने के बाद दोबारा दिल्ली पुलिस में बहाल हो गया था। बहाली के बाद भी उसने रिश्वतखोरी नहीं छोड़ी और अब एक बार फिर बड़ा रिश्वत मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, प्रवीन लाकडा के खिलाफ अलीपुर थाने में दर्ज केस नंबर 219 को इंस्पेक्टर सुनील जैन को ट्रांसफर कर दिया गया था। उसने शिकायतकर्ता से एक मुकदमे से नाम हटाने और दूसरे केस में धारा कम करने के बदले एक करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी थी। बाद में सौदा 70 लाख में तय हो गया था। इसी डील की पहली किश्त 30 लाख रुपए के दौरान ACB ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
इंस्पेक्टर सुनील जैन ने खुद को बचाने के लिए बड़ी प्लानिंग की थी। उसे डर था कि अगर वह दिल्ली में रिश्वत लेगा तो एक बार फिर से पकड़ा जा सकता है। इसलिए उसने योजना बनाकर रिश्वत की पहली किश्त हरियाणा में अपने भाई के स्कूल के क्लर्क संदीप के जरिए मंगवाई। संदीप उसी स्कूल में क्लर्क है, और स्कूल का मालिक सुनील का भाई है। ACB की टीम ने संदीप को रंगे हाथों 30 लाख रुपए लेते हुए पकड़ा, जबकि इंस्पेक्टर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।
संदीप की रिमांड में कई बड़े खुलासे हुए हैं, जिससे यह पता चला है कि 70 लाख रुपए की रकम कई लोगों तक पहुंचाई जानी थी। पूछताछ में एसीबी को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिससे जल्द ही कुछ और बड़े नामों का भी खुलासा हो सकता है।
सोनीपत के बड़वासनी गांव निवासी विपिन कुमार ने रोहतक ACB को दिल्ली पुलिस की इन्वेस्टिगेशन यूनिट में तैनात इंस्पेक्टर सुनील जैन के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायत के अनुसार, उसके रिश्तेदार प्रवीन लाकड़ा पर दिल्ली के अलीपुर थाने में दो केस दर्ज हैं, जिनमें से एक केस इंस्पेक्टर सुनील के पास था। इन्हीं केसों से नाम निकालने और धाराएं हल्की करने के बदले सुनील ने रिश्वत की मांग की थी। ACB की इंस्पेक्टर प्रमिला ने बताया कि ऑपरेशन को रोहतक और सोनीपत की संयुक्त टीमों ने अंजाम दिया। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।