● गुरुग्राम में रेहड़ीवाले से मंथली वसूलने वाले चार पुलिसकर्मी गिरफ्तार
● पीड़ित दुकानदार ने लगाए थे हफ्ता वसूली और धमकी देने के आरोप
● गुप्त कैमरों में कैद हुई पुलिसकर्मियों की करतूत, पेन ड्राइव में सौंपे सबूत
Gurugram extortion case: हरियाणा के गुरुग्राम में भ्रष्टाचार का एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां चाय-परांठे की रेहड़ी लगाने वाले एक गरीब दुकानदार से नियमित रूप से मंथली वसूलने वाले चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कार्रवाई गुरुवार शाम सेक्टर 17-18 थाना पुलिस द्वारा की गई। गिरफ्तारी के बाद चारों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
शिकायतकर्ता गुलाब सिंह साहू, जो मूल रूप से बिहार के दरभंगा का निवासी है, गुरुग्राम के सेक्टर 18 स्थित क्यू बिल्डिंग के सामने झोपड़ी बनाकर चाय और परांठे बेचता है। फरवरी 2025 में हवलदार राजबीर उसकी दुकान पर आया और दुकान बंद करवाने की धमकी देने लगा। दुकान चलाने के लिए हर सप्ताह पांच हजार रुपये की मांग की गई, जिसे गुलाब सिंह मजबूरी में देने लगा।
बाद में ईआरवी टीम के सिपाही अजय और एसपीओ अनिल भी रेहड़ी पर आकर धमकाने लगे और पैसे मांगने लगे। गुलाब सिंह उन्हें भी नियमित रूप से एक हजार और पांच सौ रुपये देने लगा। इसके अलावा, वह पहले से ही एएसआई बिजेंद्र को जानता था, जो हर महीने उससे दस हजार रुपये वसूलता था। कुल मिलाकर उसकी कमाई का बड़ा हिस्सा इन पुलिसकर्मियों की मंथली में चला जाता था।
लगातार हो रही उगाही से तंग आकर गुलाब सिंह ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया और पूरी जानकारी दी। अधिकारियों ने उसकी रेहड़ी पर गुप्त सीसीटीवी कैमरे लगवाए। कुछ ही दिनों में इन कैमरों में पुलिसकर्मियों की अवैध गतिविधियां रिकॉर्ड हो गईं। शिकायतकर्ता ने यह वीडियो फुटेज पेन ड्राइव में सेव कर सेक्टर 18 थाना प्रभारी को सौंपा।
सबूतों के आधार पर पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें तत्काल निलंबित कर दिया गया। इस संबंध में पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने स्पष्ट किया है कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी और पुलिस की छवि को खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।