➤ हरियाणा कांग्रेस अब जिला अध्यक्ष जाति पूछकर बनाएगी
➤ एससी-बीसी वोट बैंक दोबारा साधने की कोशिश
➤ जातीय आंकड़ों से फिट बैठेंगे जिलाध्यक्ष, दिल्ली जाएगा पैनल
Congress to Appoint District Chiefs Based on Caste: हरियाणा कांग्रेस में संगठन को जातीय समीकरणों के हिसाब से नए सिरे से खड़ा करने की कवायद तेज हो गई है। इस बार जिला अध्यक्षों की नियुक्ति जातीय संतुलन को देखते हुए की जाएगी। इसके लिए कांग्रेस ने आवेदन फॉर्म में जाति (Caste) और उपजाति (Sub-Caste) तक पूछी है। यह कदम पार्टी के रणनीतिक बदलाव की तरफ इशारा करता है, जिसका मकसद है – SC, BC और जाट वोट बैंक को साधना।
2024 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को जाटों का अच्छा समर्थन मिला लेकिन OBC और BC मतदाताओं में भाजपा ने सेंध लगा दी। भाजपा ने ओबीसी चेहरे को मुख्यमंत्री पद के लिए प्रोजेक्ट किया, जिससे उसे ओबीसी वर्ग का बड़ा समर्थन मिला और वो लगातार तीसरी बार सत्ता में लौट आई।
कांग्रेस अब संगठनात्मक स्तर पर इन वर्गों को प्रतिनिधित्व देकर एक मजबूत जातीय आधार खड़ा करना चाहती है। इसलिए आवेदन फॉर्म में वर्ग की जगह विशिष्ट जाति और उपजाति तक की जानकारी मांगी गई है। जैसे OBC वर्ग में यादव, कुम्हार, सैनी आदि; SC वर्ग में चमार, जाटव, बाल्मीकि आदि का उल्लेख जरूरी किया गया है।
जातिगत प्रतिनिधित्व – विधानसभा चुनाव 2024 आंकड़ों के अनुसार:
समुदाय | विधायक | कांग्रेस/भाजपा का प्रदर्शन |
---|---|---|
जाट | 23 | कांग्रेस मजबूत |
BC/OBC | 19 | भाजपा हावी |
SC | 17 | कांग्रेस 9, भाजपा 8 |
पंजाबी | 12 | भाजपा 9, कांग्रेस 3 |
ब्राह्मण | 8 | भाजपा 7, कांग्रेस 1 |
वैश्य | 3 | भाजपा 2, कांग्रेस 0 |
मुस्लिम | 5 | कांग्रेस सभी 5 जीती |
जिला अध्यक्ष चयन प्रक्रिया – तीन चरणों में:
- 10 जून से जिलों में डटे ऑब्जर्वर: जिलों में नियुक्त पर्यवेक्षक जातीय समीकरण और स्थानीय नेताओं से फीडबैक ले रहे हैं।
- 20 दिन का समय, ज़मीनी रिपोर्टिंग: 10 से 30 जून तक स्थानीय मीटिंग, ब्लॉक व विधानसभा स्तर पर कार्यकर्ता संवाद होगा।
- पैनल दिल्ली हाईकमान के पास जाएगा: सभी पर्यवेक्षक नामों का पैनल बनाकर AICC को भेजेंगे, जहां अंतिम मुहर लगेगी।