पाकिस्तानी फायरिंग में हरियाणा का लांस नायक दिनेश शहीद

पाक फायरिंग में हरियाणा का जवान शहीद

हरियाणा की बड़ी खबर
  • पाकिस्तानी फायरिंग में हरियाणा का लांस नायक दिनेश शहीद
  • पुंछ में पोस्टेड दिनेश के चार साथी भी घायल
  • गुरुवार को मोहम्मदपुर गांव में होगा अंतिम संस्कार

India Pakistan Border Clash: पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और लगातार सीमा पर फायरिंग कर रहा है। बुधवार सुबह जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में हुई पाकिस्तानी फायरिंग में हरियाणा के पलवल निवासी लांस नायक दिनेश (32) शहीद हो गए, जबकि उनके चार साथी जवान घायल हो गए।

जानकारी के अनुसार, दिनेश की तैनाती पुंछ में थी और वह ऑपरेशन सिंदूर के बाद लगातार सतर्क ड्यूटी पर थे। जैसे ही पाकिस्तानी सेना ने गोलीबारी शुरू की, दिनेश ने अपनी टीम के साथ जवाबी कार्रवाई की। इसी दौरान दुश्मन की ओर से दागा गया एक बम पास में आकर गिरा, जिसमें दिनेश गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।

परिजनों को सुबह ही सूचना दे दी गई थी। गुरुवार को पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से पलवल के मोहम्मदपुर गांव लाया जाएगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। गांव में शोक की लहर है और बड़ी संख्या में लोग शहीद के परिजनों को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।

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11 वर्षों की सेवा, हाल ही में मिला प्रमोशन

दिनेश के पिता दयाराम ने बताया कि वह 2014 में सेना में भर्ती हुए थे और देश के कई हिस्सों में तैनात रहे। हाल ही में उन्हें लांस नायक पद पर प्रमोशन मिला था। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है।

परिवार में दो और बेटे सेना में

दिनेश अपने पांच भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके दो छोटे भाई भी सेना में अग्निवीर योजना के तहत शामिल हुए हैं। एक की पोस्टिंग वर्तमान में जम्मू में है और दूसरे की जबलपुर में।

पत्नी हैं वकील, दो बच्चों की मां

शहीद की पत्नी सीमा पेशे से वकील हैं और पलवल में ही रहती हैं। उनके दो छोटे बच्चे हैं – एक बेटा और एक बेटी। जानकारी के अनुसार सीमा गर्भवती भी हैं। दिनेश की शहादत से पूरा परिवार शोक में डूबा है।

हवाई सेवाएं बंद, सड़क से लाई जा रही पार्थिव देह

गांव के सरपंच भूपराम ने बताया कि युद्ध जैसे हालात के चलते हवाई मार्ग बंद है, इसलिए सेना के वाहन से पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से लाया जा रहा है।