➤ तकनीक, ताकत और तत्परता की मिसाल बनी STF, 2025 में गैंग नेटवर्क पर सीधी चोट
➤ 58 इनामी बदमाश, 101 गैंगस्टर और 178 गंभीर अपराधी सलाखों के पीछे; पिछले साल के मुकाबले ‘गैंग वार’ में निर्णायक बढ़त
➤ STF बनी हरियाणा की ‘शॉक एंड ऑ’ फोर्स – इंटरपोल से लेकर डार्क वेब तक फैला नेटवर्क
हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने वर्ष 2025 के पहले छह महीनों में संगठित अपराध के विरुद्ध जिस आक्रामकता और तकनीकी कुशलता से कार्रवाई की है, उसने न केवल राज्य में गैंग नेटवर्क को पंगु बना दिया है, बल्कि STF को राष्ट्रीय स्तर पर एक ‘मॉडल यूनिट’ के रूप में स्थापित कर दिया है।
1 जनवरी से 29 जून 2025 तक STF ने 58 इनामी बदमाश, 101 गैंगस्टर/गैंग सदस्य और 178 जघन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया। यह आकड़ा वर्ष 2024 के इसी कालखंड की तुलना में ‘गैंगस्टर-विरोधी युद्ध’ में निर्णायक परिवर्तन दर्शाता है। 2024 में इसी अवधि में मात्र 29 गैंगस्टर ही पकड़े जा सके थे। STF की कार्रवाई ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि अब हरियाणा में अपराधियों के लिए कोई ‘सॉफ्ट कॉर्नर’ नहीं बचा।
हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने STF की सफलता को ‘तकनीक, ताकत और त्वरित कार्यवाही’ का संगम बताया है। उनका कहना है, “STF ने सीमाओं से परे जाकर नशा तस्करी नेटवर्क, अंतरराष्ट्रीय गैंग और संगठित अपराध सिंडिकेट्स को जिस रणनीति से तोड़ा है, वह अभूतपूर्व है।”
तकनीकी दक्षता और रणनीतिक योजना के 5 बड़े पड़ाव:
- STF मुख्यालय में इंटेलिजेंस एवं विश्लेषण विंग और फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट की स्थापना
- साइबर क्राइम की चुनौती से निपटने के लिए अधिकारियों को डार्क वेब और डिजिटल फोरेंसिक की ट्रेनिंग
- RCN-LOC सेल के जरिए 10 अंतरराष्ट्रीय अपराधियों का प्रत्यर्पण सुनिश्चित किया गया
- EAGLE और DMS सॉफ्टवेयर के माध्यम से संगठित गैंग डाटाबेस तैयार और विश्लेषण
- DRDO से साझेदारी के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित साइबर खोज प्रणाली का समावेश
STF के IG सिमरदीप सिंह के मुताबिक, अब हर अधिकारी को हाई-टेक टूल्स और सॉफ्टवेयर की ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय एजेंसियों और DRDO के सहयोग से STF का आईटी अपग्रेडेशन देश में सबसे तेज गति से हुआ है।
संगठित अपराध पर दबाव के साथ-साथ STF ने साइबर क्राइम, हथियार तस्करी, और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे अपराधों पर भी तगड़ी पकड़ बनाई है। इस दौरान STF की दो नई इकाइयों की स्थापना भी की गई है, जिनका उद्देश्य क्षेत्रीय अपराध पर त्वरित और स्थानीय स्तर पर प्रभावी कार्रवाई करना है।
2025 में STF का यह रूप केवल एक ‘स्पेशल फोर्स’ नहीं, बल्कि ‘रणनीतिक जवाब’ बन चुका है – जो न सिर्फ अपराधियों को गिरफ्तार करता है, बल्कि उन्हें तंत्र, नेटवर्क और वित्तीय संसाधनों से भी काटता है।
हरियाणा पुलिस का यह माडल न केवल अन्य राज्यों को प्रेरणा दे रहा है, बल्कि यह संदेश भी दे रहा है कि संगठित अपराध के विरुद्ध सिर्फ बल नहीं, बुद्धि और तकनीक से ही निर्णायक विजय पाई जा सकती है।