➤ पेरिस ओलंपियन रीतिका हुड्डा, मुस्कान और नीतिका डोप टेस्ट में पाई गईं पॉजिटिव
➤ राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) ने तीनों महिला पहलवानों पर लगाया प्रतिबंध
➤ सैंपल विदेशी लैब में जांच के बाद सामने आया GW 1516 सल्फोन जैसा प्रतिबंधित पदार्थ
हरियाणा की कुश्ती को एक बड़ा झटका लगा है, जहां राज्य की तीन अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान डोप टेस्ट में फंस गई हैं। इन खिलाड़ियों में सबसे बड़ा नाम पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुकीं रीतिका हुड्डा का है, जो रोहतक की रहने वाली हैं और देश की पहली अंडर-23 विश्व चैंपियन भी रह चुकी हैं। इनके अलावा एशियन चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता मुस्कान और अंडर-20 एशियन चैंपियन नीतिका भी डोपिंग के जाल में फंस गई हैं।
बताया जा रहा है कि रीतिका का सैंपल मार्च में हुए एक राष्ट्रीय ट्रायल के दौरान लिया गया था। इस सैंपल की जांच पहले भारत में और फिर पुष्टि के लिए एक विदेशी लैब में की गई, जहां वह डोप पॉजिटिव पाई गईं। दूसरी ओर मुस्कान का सैंपल 13 मई को दिल्ली के राष्ट्रीय शिविर में “आउट ऑफ कंपटीशन” लिया गया था, जिसमें GW 1516 सल्फोन नामक प्रतिबंधित ड्रग मिला है। नीतिका का भी केस इसी प्रकार का है।
इन सभी मामलों के चलते राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) ने तत्काल प्रभाव से तीनों महिला पहलवानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब इन खिलाड़ियों का न केवल अंतरराष्ट्रीय करियर संकट में है, बल्कि भारतीय कुश्ती की साख पर भी प्रश्नचिह्न लग गया है।
डोपिंग क्या है?
खेलों में डोपिंग का अर्थ है ऐसे कृत्रिम पदार्थों का सेवन करना जो प्रदर्शन को अस्वाभाविक रूप से बढ़ाते हैं। ये नियमों के विरुद्ध हैं और खिलाड़ी को अनुचित लाभ देते हैं। इसलिए समय-समय पर डोप टेस्ट कराए जाते हैं, जिससे खेल की निष्पक्षता बनी रहे।