➤ इसराना में वायरल ऑडियो से मचा सियासी बवाल
➤ भाजयुमो पूर्व अध्यक्ष बलविंदर आर्य ने वीडियो में मांगी माफी
➤ पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की
हरियाणा के इसराना से इन दिनों एक वायरल ऑडियो और वीडियो ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। सोशल मीडिया पर पहले भाजयुमो जिलाध्यक्ष का एक ऑडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें मार्केट कमेटी के अध्यक्ष पद के लिए कथित रूप से 25 लाख रुपए लेने की बात कही गई थी और इसमें हरियाणा के एक मंत्री व उनके बेटे का नाम भी लिया गया था। यह ऑडियो सामने आने के बाद राजनीतिक माहौल गर्मा गया और तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं।
मामले में नया मोड़ तब आया जब भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष बलविंदर आर्य का एक वीडियो सामने आया, जिसमें उन्होंने यह स्वीकार किया कि मार्केट कमेटी चेयरमैन शिप के लिए उनकी सिफारिश न मानने पर उन्होंने ही यह कथित और झूठा ऑडियो वायरल किया था। बलविंदर आर्य ने अपने बयान में साफ कहा कि इस पूरे प्रकरण में मंत्री और उनके बेटे का कोई हाथ नहीं है।
वीडियो में बलविंदर आर्य ने अपनी गलती मानते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है और कहा है कि उनका उद्देश्य केवल नाराजगी जताना था, न कि किसी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाना। उधर, पुलिस ने इस मामले की गंभीर जांच शुरू कर दी है और सच्चाई का पता लगाने के लिए तकनीकी और फोरेंसिक जांच की तैयारी कर रही है।
सिटी तहलका इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन यह मामला इन दिनों हर राजनीतिक चर्चा का केंद्र बना हुआ है। अब सभी की नजरें इस जांच के नतीजों पर टिकी हैं, जिससे असल सच सामने आएगा।
जानें क्या है वायरल ओडियो में
इस कथित ऑडियो में दो लोगों के बीच हुई बातचीत में मंडी चेयरमैन पद के लिए पैसों के लेनदेन और राजनीतिक संपर्कों की चर्चा सुनी जा सकती है। बातचीत में कथित तौर पर मंत्री जी, अनिल भाई, और अन्य नेताओं के नाम आते हैं, साथ ही अलग-अलग पदों के लिए 10 लाख, 15 लाख और 20 लाख रुपए तक की डील की बात कही जा रही है।
ऑडियो में एक व्यक्ति दावा करता है कि वह सरकार और पार्टी से जुड़े काम अपने संपर्कों के जरिए करवा सकता है, और कई चेयरमैन पद पहले ही डील के आधार पर तय हो चुके हैं। बातचीत में गाड़ियों के किराए, प्रोजेक्ट्स, और पैसों के भुगतान के तरीके तक पर विस्तार से चर्चा होती है। एक व्यक्ति यह भी कहता है कि मार्केट कमेटी चेयरमैन पद के लिए नाम पहले से पक्के हैं—राजेश जागलान की डील 10 लाख में और रमेश सैनी की डील 15 लाख में तय हुई है।
इस कथित ऑडियो में सामने आया है कि अगर मंत्री जी की सहमति मिल जाए तो एक गाड़ी का किराया ₹1 लाख मासिक के बजाय दोगुना भी किया जा सकता है। इसके अलावा, 20 गाड़ियों के लिए ₹20 लाख मासिक की बात कही गई। बातचीत में इस बात पर भी जोर दिया गया कि “पैसे कैश में कहां देने हैं, यह बाद में बताया जाएगा” और “बात पूरी तरह भरोसे पर होगी”।
हालांकि, सिटी तहलका इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है और डिजिटल फॉरेंसिक टीम के जरिए ऑडियो की असलियत जांची जाएगी। इसराना और आसपास के राजनीतिक माहौल में यह चर्चा का सबसे गर्म मुद्दा बन गया है, और आने वाले दिनों में इससे जुड़े और भी खुलासे हो सकते हैं।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष बलविंदर आर्य ने एक वीडियो जारी कर खुलकर कबूल किया है कि वह ऑडियो उन्होंने ही बनवाकर वायरल किया था।
बलविंदर ने अपने वीडियो बयान में कहा कि वह पिछले 10 साल से बीजेपी के कार्यकर्ता हैं और हाल ही में मंडी चेयरमैन बनने का प्रयास कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और महामंत्री से मुलाकात की थी। लेकिन आदरणीय मंत्री जी की ओर से राजेश जागलान का नाम आगे बढ़ाने की बात कही गई, जिससे उनका नाम सूची में नहीं आया।
उन्होंने कहा कि इस बात से वह बेहद आहत हुए और गुस्से में आकर ऑडियो बनवाकर वायरल कर दिया। बलविंदर आर्य ने यह भी साफ किया कि इस ऑडियो में लिए गए नाम—मंत्री कृष्णलाल कुमार, अनिल कुमार—का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
बलविंदर ने सार्वजनिक माफी मांगते हुए कहा—
“यह मेरी बहुत बड़ी भूल थी और भविष्य में कभी ऐसी गलती नहीं करूंगा। मैं पूरी तरह से क्षमाप्रार्थी हूं।”
फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच जारी रखे हुए है और वायरल ऑडियो व बलविंदर के माफीनामा वीडियो दोनों को जांच के दायरे में रखा गया है।