➤ मांडीखेड़ा अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से नवजात का हाथ कटा
➤ परिजनों को धक्के मारकर निकाला, दी गई जहर देने की धमकी
➤ बच्चे को रोहतक PGI किया गया रेफर, परिजनों ने दी पुलिस को शिकायत
हरियाणा के नूंह जिले के अल आफिया नागरिक अस्पताल, मांडीखेड़ा में एक दर्दनाक लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां एक महिला की डिलीवरी के दौरान नवजात शिशु का हाथ डॉक्टरों की गलती से काट दिया गया। पीड़ित परिवार का आरोप है कि सिजेरियन ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने झूठ बोलते हुए केवल हल्का ब्लेड लगने की बात कही, लेकिन जब परिजन अंदर गए तो देखा कि बच्चे का पूरा हाथ बाजू से अलग था और पट्टी से ढका हुआ था।
पीड़ित परिवार ने जब इसका विरोध किया और डॉक्टरों से जवाब मांगा, तो उन्हें गालियां दी गईं और अस्पताल से धक्के मारकर बाहर निकाल दिया गया। परिजनों का दावा है कि डॉक्टरों ने गुस्से में कहा – “हां हमने जानबूझकर हाथ काटा है, जो करना है कर लो। अगर पुलिस में शिकायत की तो बच्चे और मां दोनों को जहर का इंजेक्शन देकर मार देंगे।” इस धमकी से डरे परिजनों ने तुरंत डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया।
इस गंभीर मामले के बाद शिशु को पहले नल्हड़ मेडिकल कॉलेज, नूंह ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर देखते हुए रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। परिजनों ने पुलिस को शिकायत देकर आरोपी डॉक्टरों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. संजीव मेहता ने इस मामले को गंभीर मानते हुए जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।