➤ पिता ने बेटी को गोली मारने की बात कबूली, पर उसकी कहानी से पुलिस भी संतुष्ट नहीं
➤ खुद ही करोड़ों लगाकर एकेडमी खुलवाने वाले पिता को कमाई से नाराज़गी क्यों?
➤ मां की चुप्पी, सोशल मीडिया अकाउंट का गायब होना, एक्टिंग में रुझान – सब मिलकर एक बड़ा सवाल खड़ा करते हैं
गुरुग्राम में Radhika Yadav Murder: इंटरनेशनल टेनिस प्लेयर राधिका यादव की हत्या सिर्फ एक पारिवारिक कलह नहीं लगती। उसके पिता दीपक यादव ने बेटी को सरेआम घर में गोली मार दी, और दावा किया कि उसे बेटी की एकेडमी और कमाई से ताने मिलते थे। लेकिन जब तथ्यों को गहराई से खंगालते हैं, तो पिता की ये थ्योरी कमज़ोर और संदिग्ध लगने लगती है।
दीपक यादव खुद एक रईस बिल्डर है, जिसकी आमदनी लाखों में है, प्रॉपर्टी डीलिंग से पैसा बनाता है, और जिसने खुद ही बेटी को विदेश में ट्रेनिंग दिलवाई और सवा करोड़ से ज्यादा खर्च कर एकेडमी बनवाई। ऐसे में ये तर्क समझ से परे है कि वह बेटी की मामूली कमाई से नाराज़ था।

पुलिस को कई बातें खटक रही हैं। सबसे पहला सवाल – राधिका के किसी सोशल मीडिया अकाउंट का न होना। इंटरनेशनल स्तर की खिलाड़ी, सोशल मीडिया जमाने में एकेडमी चलाने वाली युवती अगर इंस्टाग्राम या फेसबुक पर नहीं है, तो या तो उसने खुद अकाउंट डिलीट किया या फिर किसी ने करवाया।
दूसरा बड़ा सवाल – मां मंजू यादव की चुप्पी। राधिका की मां घटना के समय घर में ही थीं, FIR में भी इसका ज़िक्र है, फिर भी उन्होंने पुलिस को कोई बयान नहीं दिया। उनका तर्क था कि वह बीमार थीं और दूसरे कमरे में थीं। मगर सवाल यह उठता है कि बेटी की हत्या के बाद भी एक मां इस कदर चुप क्यों है?

राधिका का झुकाव सोशल मीडिया और म्यूजिक वीडियो की तरफ था। 2023 में उसने एक एल्बम “कारवां” में लीड रोल किया था। को-एक्टर इनामुल ने दावा किया कि राधिका के पिता को यह वीडियो पसंद था, मां सेट पर आई थीं, और सब सहमति से हुआ था। फिर भी कत्ल के बाद यह कहा जाना कि “रील और एक्टिंग से गुस्सा था”, एकतरफा लगता है।
- हरियाणा के गुरुग्राम की इंटरनेशनल टेनिस प्लेयर राधिका यादव की हत्या के मामले में पुलिस ने कई एंगलों पर जांच शुरू की है। उसके पिता दीपक यादव लोगों के तानों की वजह से परेशान होकर बेटी का कत्ल करने की बात कर रहे हैं, लेकिन पुलिस को यह कहानी हजम नहीं हो रही।
- पुलिस जांच में ‘कारवां’ नाम से एक वीडियो एल्बम भी सामने आया है, जिसे राधिका यादव ने एक साल पहले शूट कराया था। इसमें इनामुल ने उनके साथ को-एक्टर के तौर पर काम किया था। ऐसे में पुलिस प्रेम-संबंध की भी जांच कर रही है। पुलिस को शक है कि कहीं दोनों में नजदीकियां तो नहीं बढ़ गई थीं और राधिका टेनिस को छोड़कर एक्टिंग को करियर बनाने की सोचने लगी थीं। इसी वजह से पुलिस इनामुल से भी संपर्क करने का प्रयास कर रही है।
- उधर, इनामुल अभी दुबई में है। उसने बताया कि मेरी राधिका से दो बार मुलाकात हुई है। उसके पिता को हमारा वीडियो खूब पसंद आया था। मां तो शूट के दौरान सैट पर भी आई थी।

एकेडमी की आर्थिक स्थिति भी सामान्य थी। स्टूडेंट्स 2-3 हजार रु. महीना देते थे और कुल 20-22 छात्र थे। कुल कमाई मुश्किल से 50 हजार रु./माह। ऐसे में यह कह पाना कि बेटी की कमाई से ताने मिलते थे, एक खोखली दलील सी लगती है।

क्या राधिका टेनिस से हटकर अभिनय की तरफ बढ़ रही थी? शायद। क्या पिता को यह पसंद नहीं था? संभव है। लेकिन क्या यह गुस्सा इतना था कि उसे गोली मार दी जाए? यही से केस उलझता है।
पुलिस की जांच में अभी तक यह साफ नहीं है कि कत्ल किसी रील, वीडियो या सोशल लाइफ को लेकर हुआ या नहीं। पुलिस का कहना है कि मामला अभी प्राइमरी स्टेज में है, और सब पहलुओं की जांच की जा रही है।
फिलहाल जो सच सामने है, वह अधूरा है। एक पिता जिसने बेटी को ऊंचाई तक पहुंचाया, वही उसके जीवन का अंत कर दे — यह विरोधाभास ही इस केस की सबसे रहस्यमयी कड़ी है।

आगे की जांच इन सवालों के जवाब से तय होगी:
- राधिका के सोशल मीडिया अकाउंट किसने हटाए?
- मां मंजू यादव की चुप्पी के पीछे क्या है?
- क्या राधिका के निजी जीवन में कोई तनाव था, जो घर तक पहुंचा?
- क्या टेनिस छोड़ एक्टिंग की ओर रुख करना पिता को अखर गया?
- कत्ल की रात घर में और क्या हुआ जो बाहर नहीं आ रहा?

यह केस सिर्फ ऑनर, गुस्से या कमाई का नहीं लगता, बल्कि इसमें गहरे सामाजिक, मनोवैज्ञानिक और डिजिटल परतें भी हैं – जिन्हें पुलिस को बेहद सतर्कता और निष्पक्षता से सुलझाना होगा।