➤ हिसार में यूनिवर्सिटी का छज्जा गिरा, कर्मचारी की मौत
➤ नूंह में मकान ढहने से 2 बच्चों की जान गई
➤ सोनीपत में जलभराव में मिलीं 50 से अधिक नंबर प्लेट्स
हरियाणा में लगातार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र चंडीगढ़ ने अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर और करनाल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। गुरुग्राम, सोनीपत, नूंह, रेवाड़ी, पानीपत समेत कई जिलों में बादल छाए हैं और 14 अगस्त तक मौसम खराब रहने की संभावना है। इस मानसून सीजन में अब तक 16% ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है, जिससे कई इलाकों में जलभराव और हादसे हो रहे हैं।

हिसार में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के रामधन सिंह बीज फॉर्म की बिल्डिंग का छज्जा अचानक गिर गया। हादसे में मलबे के नीचे दबकर कॉन्ट्रैक्ट पर कार्यरत कर्मचारी जगविंदर की मौके पर मौत हो गई। यह घटना उस वक्त हुई जब जगविंदर अपने नियमित काम में व्यस्त था।

नूंह के रीठठ गांव में रविवार-मंगलवार की रात बारिश से कमजोर हुई दीवार गिर गई। हादसे में एक ही परिवार के 5 सदस्य मलबे में दब गए। उम्मर (12) और नायरा (7) की मौके पर मौत हो गई, जबकि सलीम, उसकी पत्नी और 5 वर्षीय बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल बच्चे को नल्हड़ मेडिकल कॉलेज से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया है।

सोनीपत में सेक्टर 14-15 के पास बारिश से बने जलभराव में करीब 50 से अधिक गाड़ियों की नंबर प्लेट बह गईं। स्थानीय निवासी ने सभी प्लेट्स इकट्ठा कर सड़क किनारे स्टॉल लगाई है। उसने कहा कि आरसी दिखाकर वाहन मालिक अपनी नंबर प्लेट ले सकते हैं, ताकि उनका नुकसान न हो।
यमुनानगर, अशोक विहार और शक्ति नगर में भी जलभराव से हालात बिगड़े हुए हैं। सड़कों पर गंदा पानी भरा है, जिससे बाइक और स्कूटी के साइलेंसर में पानी चला गया और वाहन बंद हो गए। कई जगह लोग खुद वाहनों को धक्का देकर बाहर निकालते नज़र आए।
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले तीन दिन बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।

	