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केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने जताई हत्या की आशंका, डिनर डिप्लोमेसी पर बोले- “अब एहतियात रखनी पड़ेगी”

हरियाणा की बड़ी खबर

➤ केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा- किसी दिन भी मुझपर चल सकती है गोली
➤ डिनर डिप्लोमेसी के बहाने यूट्यूब-वीडियो में उछाले गए आरोपों पर दी सफाई
➤ कहा- बेटी के नए घर में मिलने-जुलने की परंपरा निभाई, इसे सियासी रंग देना दुर्भाग्यपूर्ण

केंद्रीय मंत्री और गुड़गांव के सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने एक बड़े राजनीतिक बयान में कहा है कि उनके खिलाफ जहर फैलाने वालों की हदें अब खतरनाक स्तर तक पहुंच गई हैं और उन्हें अपनी हत्या तक की आशंका है। उन्होंने यह प्रतिक्रिया हाल में वायरल हुए उन यूट्यूब वीडियो और मीडिया रिपोर्टों पर दी जिसमें बीजेपी के एक निजी डिनर प्रोग्राम — ‘कमल सखी’ को लेकर उनके ऊपर भीतरी गुटबाज़ी और गुटविशेष को तरजीह देने के आरोप लगाए गए।
उन्‍होंने कहा कि यह एक निजी डिनर प्रोग्राम था। लेकिन इसे डिनर डिप्‍लेमेसी की संज्ञा देते हुए सरकार की खिलाफत बताया गया। उन्‍होंने कहा कि बीजेपी में ‘कमल सखी’ जैसा पारिवारिक कार्यक्रम दिल्ली में अक्सर होता है, जिसमें नेताओं की पत्नियां और वे स्वयं आमंत्रित रहते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी बेटी के नए घर में गृह प्रवेश हुआ था और इस अवसर पर उन्होंने पुराने पारिवारिक सहयोगियों, दक्षिण हरियाणा के जनप्रतिनिधियों और परिचितों को बुलाया था। उन्होंने सवाल उठाया कि इसमें क्या गलत है अगर अपने लोग घर में आकर खाना खा लें, हुक्का पी लें?

उन्होंने कहा कि, “यदि मैं लोगों से नहीं मिलता, तो दस बार चुनाव कैसे जीत जाता?” साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि जिन नेताओं को वह हराते आए हैं, आज वही उनके खिलाफ साजिशों में जुटे हैं।

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उन्होंने मीडिया से भी सवाल किया कि, “अगर कोई अन्य मंत्री हफ्ते में एक दिन भी मिलने का समय देता है, तो क्या आप उसे उतना उछालते हैं, जितना मुझे लेकर लिखा जाता है?” उन्होंने यह भी कहा कि वह सोमवार को नियमित रूप से मिलने बैठते हैं, चाहे दिल्ली में हों या गुड़गांव में।

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि राव इंद्रजीत सिंह ने कहा — “मेरे खिलाफ अब माहौल ऐसा बनाया जा रहा है कि मुझे सावधानी बरतनी पड़ेगी। जिस तरह बातें चल रही हैं, मुझे डर है कि कोई गोली भी चला सकता है।”

बयानबाजी की शुरुआत के पीछे की वजह पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “जैसा इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म आप कहते हैं, वैसी ही पड़ताल करिए, मुझे क्यों इस्तेमाल कर रहे हो?”