➤ इंस्टाग्राम पर अश्लील रील्स बना रही थीं 3 युवतियां, लग्जरी लाइफ के लिए कर रहीं थी गंदा खेल
➤ संभल में दो सगी बहनों समेत चार गिरफ्तार, अश्लीलता से कमा रहे थे 50 हजार महीना
➤ रील्स में गालियों का इस्तेमाल कर बढ़ाते थे फॉलोअर्स, कोर्ट में चेहरा छुपाती दिखीं आरोपी लड़कियां
➤ पुलिस बोली – इंस्टाग्राम को बना रखा था गंदगी का अड्डा
➤ जनता बोली – अब क्यों शर्म आई? जब लाइव आकर बेशर्मी से बोलती थीं गालियां
सोशल मीडिया की चमकदार दुनिया के पीछे छिपे ‘अश्लील रील माफिया’ का पर्दाफाश करते हुए संभल पुलिस ने दो सगी बहनों समेत तीन युवतियों और एक युवक को गिरफ्तार किया है, जो इंस्टाग्राम पर गालियों और अश्लीलता से भरी रील्स बनाकर वायरल करने का धंधा चला रहे थे। इनका मकसद था – लाइक, फॉलोअर्स और 50 हजार महीना की कमाई।

गिरफ्तार आरोपी संभल और अमरोहा के रहने वाले हैं। पुलिस ने चारों को मंकोर्ट में पेश किया, जहां तीनों युवतियां चेहरे छिपाती नजर आईं, लेकिन वहां मौजूद लोग चुप नहीं रहे। एक बुजुर्ग महिला ने तंज कसते हुए कहा – “अब शर्म आ रही है? जब कैमरे के आगे गालियां बकती थीं, तब शर्म नहीं आई?”

लग्जरी लाइफ के लिए किया अश्लीलता को हथियार
पुलिस पूछताछ में युवतियों ने कबूल किया कि उन्हें इंस्टाग्राम पर लाइमलाइट में रहना था। लग्जरी कपड़े, महंगे मोबाइल, फॉलोअर्स और स्टाइलिश पहचान के लिए उन्होंने अश्लील रील बनाकर पोस्ट करना शुरू किया। जल्द ही हजारों फॉलोअर्स जुटने लगे और स्पॉन्सरशिप व ब्रांड डील्स से 50 हजार रुपये महीना तक की कमाई होने लगी।

गालियों से भरपूर रील्स, ऑडियंस का था ‘टारगेट’ प्लान
आरोपियों ने बताया कि सोशल मीडिया पर ‘गालीबाज’ और ‘बोल्ड गर्ल’ बनना भी एक तरह का ट्रेंड है। इससे रील वायरल होती है और फॉलोअर्स तेजी से बढ़ते हैं। यही रणनीति अपनाकर उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट्स पर अश्लील वीडियो, डांस और गाली-गलौज की भरमार कर दी।

कोर्ट में नाटकीय सीन, भीड़ का फूटा गुस्सा
जब चारों आरोपियों को कोर्ट लाया गया तो तीनों युवतियां मुंह छिपा रहीं थीं। एक व्यक्ति ने कहा – “जो हरकत सोशल मीडिया पर खुलेआम कर रहीं थीं, अब उसी पर पर्दा क्यों?” भीड़ ने पुलिस से मांग की कि ऐसे मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि बाकी युवा इस रास्ते पर न चलें।

पुलिस जांच जारी, सोशल अकाउंट्स की फॉरेंसिक पड़ताल
संभल पुलिस का कहना है कि आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स की फॉरेंसिक जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि किस तरह की सामग्री पोस्ट की जा रही थी और कितने लोगों तक पहुंच रही थी। आईटी एक्ट और अश्लीलता फैलाने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।