➤ आज सावन अमावस्या पर सर्वार्थ सिद्धि, गुरु पुष्य और अमृत सिद्धि जैसे तीन शुभ योग बन रहे हैं
➤ गुरुवार व्रत, विष्णु पूजा और पितृ तर्पण के लिए आज का दिन बेहद फलदायी
➤ दक्षिण दिशाशूल और राहुकाल में यात्रा या बड़े फैसले से बचें
24 जुलाई 2025 का दिन पंचांग के अनुसार बेहद खास है, क्योंकि आज है हरियाली अमावस्या, जिसे सावन अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन सावन मास का चौदहवां दिन है और यह गुरुवार व्रत, विष्णु पूजा, पितरों का तर्पण, और दान-पुण्य के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। आज चंद्रमा मिथुन से कर्क राशि में प्रवेश करेगा और पुनर्वसु नक्षत्र के बाद पुष्य नक्षत्र प्रभावी रहेगा।
आज तीन अत्यंत शुभ योग बन रहे हैं – सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन, और शाम 04:43 PM से गुरु पुष्य योग तथा अमृत सिद्धि योग का संयोग है। यह योग भूमि, वाहन, संपत्ति, सोना खरीदने या किसी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए उत्तम हैं। गुरु पुष्य योग को सर्वोत्तम खरीदारी मुहूर्त कहा गया है।
हरियाली अमावस्या के दिन वृक्षारोपण, पितृ तर्पण, पिंडदान, और श्राद्ध जैसे कर्म करना विशेष पुण्यकारी होता है। कहा जाता है कि इस दिन पितरों को जल अर्पण करने से पितृ दोष दूर होता है और जीवन में सुख-शांति आती है।
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति की पूजा विशेष फल देती है। आज के दिन हल्दी, चना दाल, सोना, पीतल के पात्र, और धार्मिक ग्रंथों का दान करना शुभ होता है। गुरुवार व्रत करने वाले व्रत कथा, विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ और विष्णु आरती अवश्य करें।
दिशाशूल दक्षिण दिशा में है, इसलिए दक्षिण दिशा की यात्रा से बचना चाहिए। यदि यात्रा आवश्यक हो तो दही या सौंफ खाकर निकलना शुभ माना गया है।
सूर्योदय 05:38 AM और सूर्यास्त 07:17 PM पर होगा। चंद्रमा 10:59 AM तक मिथुन राशि में और फिर कर्क राशि में रहेगा। राहुकाल 02:10 PM से 03:52 PM तक रहेगा, जिसमें कोई भी शुभ कार्य वर्जित माना गया है।
दिन के प्रमुख शुभ मुहूर्तों में ब्रह्म मुहूर्त, अभिजीत, विजय मुहूर्त, और चौघड़िया के अमृत-लाभ काल शामिल हैं, जो शुभ कार्यों के लिए उपयोग किए जा सकते हैं।
कुल मिलाकर आज का दिन आध्यात्म, पितृ शांति, गुरु भक्ति और दान पुण्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और शुभ है। ऐसे में आज का दिन अध्यात्मिक साधना और पारिवारिक उन्नति के लिए उपयोग करें।