➤ 18 HCS अधिकारियों को मिला IAS प्रमोशन
➤ 9 अफसरों को प्रोविजनल लिस्ट में डाला गया
➤ भ्रष्टाचार मामलों के चलते कई नाम कोर्ट केस में उलझे
हरियाणा में लंबे समय से लंबित पड़े HCS से IAS प्रमोशन को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने आखिरकार 2002 से 2004 बैच के 27 HCS अधिकारियों में से 18 को IAS प्रमोशन की मंजूरी दे दी है। बाकी 9 अधिकारियों को कोर्ट मामलों के चलते प्रोविजनल प्रमोशन दिया गया है। इनकी सीटें फिलहाल रिजर्व कर ली गई हैं और कोर्ट केस समाप्त होते ही इन्हें प्रमोट किया जाएगा।
IAS बने ये अफसर:
2002 बैच से मुनीष नागपाल, महेंद्र पाल, सतपाल शर्मा, सुशील कुमार और 2004 बैच से वर्षा खंगवाल, वीरेंद्र सहरावत, सतेंद्र दुहन, मनिता मलिक, सतबीर सिंह, अमृता सिवाच, योगेश कुमार, डॉ. वंदना दिसोदिया, डॉ. सुभिता ढाका, जयदीप कुमार, सम्वर्तक खंगवाल, अनुराग ढालिया, योगेश मेहता, नवीन आहुजा को प्रमोशन मिला है।
DPC में ये थे शामिल: UPSC के सदस्य दिनेश दास, हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, स्वास्थ्य विभाग के ACS सुधीर राजपाल और सामान्य प्रशासन विभाग के ACS विजयेंद्र कुमार बैठक में मौजूद रहे।
प्रोविजनल लिस्ट में कौन-कौन: इन 9 अफसरों का प्रमोशन अभी कोर्ट केस के चलते रोका गया है: वीना हुड्डा, सुरेंद्र सिंह, जगदीप ढांडा, डॉ. सरिता मलिक, कमलेश भादू, कुलधीर सिंह, वत्सल वशिष्ठ, जगनिवास, महाबीर प्रसाद। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में केस लंबित है। कोर्ट के आदेश के बाद ही इनका प्रमोशन मान्य होगा।
UPSC ने क्यों खारिज की थी लिस्ट: पहले दो बार यह लिस्ट यूपीएससी ने खारिज की थी क्योंकि हरियाणा लोक सेवा आयोग के चयन में भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और अनियमितताओं के गंभीर आरोप थे। ऐसे में जांच लंबित रहने तक 9 अफसरों को प्रोविजनल रखा गया है।