Copy of Add a heading3

हरियाणा में कैंसर को धोबी पछाड़ देने आया भाई, तीन लाख किलो वाला चमत्‍कारी आम! पढ़ें रोचक जानकारी

हरियाणा की बड़ी खबर

लाडवा सेंटर में मियाजाकी आम के पौधे पर लगे फल, रिसर्च भी शुरू
जापान से आया ‘एग ऑफ द सन’, कैंसर से लड़ने और इम्यूनिटी बढ़ाने वाला सुपर फ्रूट
फ्रूट फेस्टीवल में दिखीं मैंगो, अनार और नाशपाती की अनोखी और विदेशी किस्में

हरियाणा के कुरुक्षेत्र स्थित लाडवा के इंडो-इजराइल सब-ट्रॉपिकल फ्रूट सेंटर में शुरू हुए राज्य स्तरीय फ्रूट फेस्टीवल में इस बार जापान का मियाजाकी आम सबका आकर्षण बना हुआ है। दुनिया का सबसे महंगा आम माने जाने वाले इस फल की भारत में कीमत 50 हजार से 70 हजार रुपए प्रति किलो तक है, जबकि जापान, दुबई जैसे देशों में यह 2.5 लाख से 3 लाख रुपए प्रति किलो में बिकता है।

गहरे लाल रंग और मीठे रस से भरपूर यह आम ‘एग ऑफ द सन’ के नाम से मशहूर है। डॉक्टर शिवेंद्र प्रताप, जिला उद्यान अधिकारी के अनुसार, मियाजाकी आम में एंटीऑक्सीडेंट, बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड भरपूर मात्रा में होता है। रिसर्च में दावा किया गया है कि यह कैंसर कोशिकाओं की ग्रोथ रोकने और इम्यूनिटी बूस्ट करने में सक्षम है।

Whatsapp Channel Join

यही कारण है कि लाडवा सेंटर में इस आम का एक पौधा लगाया गया है, जो अब फल देने लगा है। इस पौधे को मैंगो ग्रोवर एसोसिएशन ने एक साल पहले सेंटर को गिफ्ट किया था और अब इसके फल जून-जुलाई में आने लगे हैं। पौधे पर फिलहाल चार फल लगे हैं, जिन्हें विशेष सुरक्षा में रखा गया है।

फ्रूट फेस्टिवल में मुजफ्फरनगर से आए किसान मोहम्मद साजिद ने बताया कि इस पौधे को तैयार होने में पांच साल लगते हैं और यह केवल चार फुट ऊंचा होता है। एक आम का वजन करीब 300 से 350 ग्राम तक होता है।

अनोखे फलों का मेला:

फेस्टीवल में थाई वैरायटी का थाई मैंगो, जिसका वजन 1 किलो से ज्यादा है, भी काफी आकर्षण में रहा। वहीं आम की सबसे छोटी किस्म मैंगो ग्रेप्स या देसी सीवर भी लोगों को खूब पसंद आई। यह सिर्फ 2 से ढाई इंच का होता है और साउथ इंडिया की किस्म है।

नाशपती की सात वैरायटी – पंजाब गोल्ड, लिकेंट, बब्बू-कोसा, पंजाब नख, पंजाब नेक्टर, पंजाब ब्यूटी और शुगर फ्री निजी-सेकी – ने भी लोगों को आकर्षित किया। इनका स्वाद और पोषण विदेशी फलों से कम नहीं।

वहीं सफेद मोती जैसे दानों वाले अनार की किस्में – गणेश-137, सुपर भगवा और वंडरफुल – स्वास्थ्य लाभ की दृष्टि से खास मानी जा रही हैं। वहीं भगवा और मृदुला लाल दाने वाले अनार भी अपनी मिठास से दिल जीत रहे हैं।

तीन दिन चलने वाले इस फ्रूट फेस्टीवल में देशभर के फल प्रेमियों, किसानों और शोधकर्ताओं की भागीदारी देखने को मिल रही है। आयोजन में इनोवेशन, जैविक खेती और विदेशों में निर्यात के नए अवसरों पर भी फोकस है।