➤ किर्गिस्तान में भारतीय महिला पहलवानों पर वेट मशीन चोरी का आरोप
➤ IWA की शिकायत से मचा हड़कंप, CCTV में कैद हुई घटना
➤ हरियाणा की महिला पहलवान का नाम चर्चा में, खुद को बताया निर्दोष
किर्गिस्तान में आयोजित अंडर-20 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में हिस्सा लेने गई भारतीय महिला पहलवानों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी का कारण बना एक नया विवाद सामने आया है। आरोप है कि भारतीय टीम में शामिल दो महिला पहलवानों ने बिश्केक स्थित एक फाइव स्टार होटल के जिम से वजन मापने वाली मशीन चुरा ली। यह घटना होटल के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जिसका 34 सेकेंड का फुटेज भी सामने आया है। वीडियो में एक पहलवान का चेहरा साफ दिख रहा है जबकि दूसरी ने हुडी पहन रखी है।

मामले का खुलासा इंटरनेशनल रेसलिंग एसोसिएशन (IWA) की ओर से भारतीय कुश्ती संघ को भेजी गई एक शिकायत के बाद हुआ। इस पत्र में साफ तौर पर उल्लेख किया गया है कि दोनों पहलवानों में से एक हरियाणा से है, जिससे इस पूरे घटनाक्रम की गंभीरता और भी बढ़ गई है। IWA ने जहां भारतीय पहलवानों के प्रदर्शन की सराहना की, वहीं चोरी की इस घटना को लेकर अपनी नाराजगी भी दर्ज कराई है।
हरियाणा कुश्ती संघ के अध्यक्ष रमेश बोहर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संबंधित महिला पहलवान से बात की गई है और उसका कहना है कि वह होटल स्टाफ से पूछकर वजन मापने की मशीन कमरे में ले गई थीं। उसने इसे अफवाह और गलतफहमी करार दिया है।

CCTV फुटेज में क्या दिखा?
10 जुलाई को रिकॉर्ड किए गए वीडियो में देखा गया कि दो महिला पहलवान जिम में वर्कआउट कर रही हैं। एक पहलवान तौलिया लेने जाती है, पीछे दूसरी जाती है। फिर एक महिला मशीन के पास बैठती है और अपने बैग में कुछ रखती दिखती है। इस दौरान दूसरी महिला पहलवान सामने खड़ी रहती है। इसके बाद दोनों आपस में बात करती हैं और बैग उठाकर वहां से निकल जाती हैं। फुटेज में साफ नजर आता है कि मशीन को बैग में डाला गया है।
इस घटना के बाद रेसलिंग समुदाय में खलबली मच गई है। माना जा रहा है कि मामले को शांतिपूर्वक निपटाने के लिए जुर्माना भरने की भी बात हुई ताकि भारतीय टीम की साख और देश की प्रतिष्ठा को नुकसान न पहुंचे।

भारतीय टीम के प्रदर्शन पर धब्बा
भारतीय टीम ने इस चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए 21 मेडल अपने नाम किए थे। लेकिन यह विवाद पूरी उपलब्धि को विवादों की परछाई में ले आया है। अब भारतीय कुश्ती महासंघ पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि चयन के स्तर पर क्या नैतिकता और व्यवहार को भी प्राथमिकता दी जाती है या नहीं।