Case of molestation of girl students in Jind

Jind में छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला : महापंचायत में 3 प्रस्ताव पारित, Bar Association से केस न लड़ने की अपील, सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग

जींद बड़ी ख़बर हरियाणा

हरियाणा के जिला जींद में राजकीय कन्या स्कूल में हुई छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले में शुक्रवार को उचाना तहसील परिसर में महापंचायत की गई। जिसमें कई खापों के अलावा किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। महापंचायत के दौरान सर्वसम्मति से 3 प्रस्ताव पारित किए गए। पंचायत ने फैसला लेते हुए बार एसोसिएशन से अनुरोध किया जाएगा कि छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोपी प्रिंसिपल, (जो कि जेल में है) को वकील मुहैया नहीं करवाया जाए। आरोपी प्रिंसिपल के साथ इस मामले में संलिप्त स्टाफ या दूसरे कर्मचारी और राजनीतिक संरक्षण देने वाले बड़े नेता को भी गिरफ्तार किया जाए।

महापंचायत की अध्यक्षता संयुक्त अध्यक्ष मंडल आजाद पालवां, कंडेला खाप के प्रधान ओमप्रकाश रेढू, माजरा खाप के प्रधान गुरविंद्र संधू सहित दूसरे प्रतिनिधियों ने की। आजाद पालवां का कहना है कि प्रिंसिपल ने जहां पर भी नौकरी की, वहीं से आरोपी को बाहर निकाला गया। निजी स्कूल से लेकर सरकारी स्कूलों में ड्यूटी के दौरान आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायतें सामने आई, लेकिन बड़े नेता के दबाव के कारण शिकायतों को दबा दिया गया। वहीं पुलिस कार्रवाई में रही खामियों को दुरुस्त करते हुए मजबूत केस बनाया जाए। पंचायत में खाप नेताओं ने चेताया कि अगर उनके प्रस्तावों पर अमल नहीं किया गया तो प्रदेश स्तरीय बैठक बुलाकर बड़ा फैसला लिया जाएगा।

पंचायत 1

अकेला आदमी नहीं कर सकता इस तरह का घिनौना काम

Whatsapp Channel Join

माजरा खाप प्रधान गुरविंद्र का कहना है कि अकेला आदमी इस तरह का घिनौना कार्य नहीं कर सकता। आशंका है कि इस कार्य में किसी बड़े राजनेता का भी हाथ है। जब इस प्रकार की घटना होती है, तब इस प्रकार की पंचायत की जाती है। हमें आज यहां से निर्णय लेकर उठाना है, नहीं तो कोई फायदा नहीं है।

अखिल भारतीय किसान सभा के उप प्रधान ज्ञानी राम का कहना है कि इस प्रकार के आदमी का किसी को साथ नहीं देना चाहिए। बेटियों को न्याय जरूर मिलना चाहिए। कांग्रेस नेता दिलबाग संडील का कहना है कि हमें महापंचायत में ऐसा ठोस निर्णय लेना चाहिए, ताकि कोई भी व्यक्ति भविष्य में इस तरह की घटना को अंजाम देने से पहले सोचने पर मजबूर हो जाए।

ऐसे लोगों पर कार्रवाई होना जरूरी

खाप नेता ओमप्रकाश कंडेला का कहना है कि उनकी मांग की है कि बार एसोसिएशन को ऐसे आरोपी आदमी का केस नहीं लड़ना चाहिए। ऐसे इंसान को सजा मिलना जरूरी है। साथ ही जिन लोगों ने इनका साथ दिया, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होना जरूरी है, चाहे वह कोई स्टाफ सदस्य हो या कोई राजनेता ही क्यों न हो, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।

कायदेनुसार साफ छवि का होना चाहिए स्टाफ

महापंचायत ने प्रतिनिधियों ने मांग की है कि नियम और कायदे अनुसार जिस भी अध्यापक या प्राचार्य की छवि साफ सुथरी हो, उसे ही कन्या स्कूल में ड्यूटी पर तैनात किया जाए। उनका कहना है कि प्राचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बावजूद भी कई दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। छात्राओं की ओर से शिकायत भेजे जाने के बाद भी कई माह तक मामला ऐसे ही दबा रहा। उनका कहना है कि डीईओ ने स्कूल में निरीक्षण किया और खामियां पाए जाने के बावजूद उसी समय प्रिंसिपल को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया।

बेटियों को इंसाफ के लिए लड़नी पड़ रही हक की लड़ाई

प्रतिभागी प्रतिनिधियों की मांग है कि मामले में प्रिंसिपल सहयोगी स्टाफ सदस्यों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस सरकार में इस तरह के मामले उजागर हो रहे हैं। सरकार नहीं चाहती है कि बेटियां पढ़ें, लेकिन जंतर-मंतर पर भी धरने पर बैठी बेटियों के मामले में अपराधी को संरक्षण दिया गया। महिला जूनियर कोच के मामले में भी आरोपी के पक्ष में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बयान दिया। इस तरह की बातें उचित नहीं हैं। बेटियों को इंसाफ पाने के लिए अपने हक की लड़ाई लड़नी पड़ रही है। सरकार के राज में उन्हें इंसाफ के लिए भटकना पड़ रहा है, लेकिन बेटियों को इंसाफ की दरकार है।