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50 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश, ACB ने की बड़ी कार्रवाई, रिटायर्ड अधिकारी के घर से मिले करोड़ों

हरियाणा फरीदाबाद

हरियाणा के फरीदाबाद में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने पंचायती राज विभाग में हुए 50 करोड़ से अधिक के घोटाले का खुलासा करते हुए बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में रिटायर्ड अकाउंट ऑफिसर समेत तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। पंचकूला में छापेमारी के दौरान अलमारियों और बेड से 3.6 करोड़ रुपए नकद और लाखों रुपए के सोने-चांदी के गहने बरामद हुए हैं।

फर्जी बिल और फंड आवंटन से हुआ घोटाला

यह घोटाला पलवल जिले के हसनपुर स्थित ब्लॉक विकास पंचायत अधिकारी (BDPO) कार्यालय में हुआ। आरोप है कि सरकारी फंड को निजी फर्म मैसर्स दीपक मेनपावर सर्विस के नाम पर फर्जी बिल बनाकर गबन किया गया। 2023-24 और 2024-25 के लिए जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी (DDPO) कार्यालय को गलत तरीके से फंड आवंटित किया गया था। ACB को इस मामले की जानकारी विकास एवं पंचायत विभाग की ऑडिट रिपोर्ट और प्रधान महालेखाकार की रिपोर्ट से मिली।

तीन अधिकारी गिरफ्तार, करोड़ों की बरामदगी

ACB की टीम ने कार्रवाई करते हुए पहले BDPO कार्यालय के क्लर्क राकेश कुमार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में राकेश ने घोटाले से जुड़े कई अहम राज खोले। इसके बाद टीम ने 27 जनवरी की रात होडल निवासी सतपाल सिंह (BDPO कार्यालय का अकाउंटेंट) और पंचकूला में सेक्टर-26 में रहने वाले रिटायर्ड अकाउंट ऑफिसर शमशेर सिंह को गिरफ्तार किया।

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शमशेर सिंह हाल ही में 30 नवंबर 2024 को अतिरिक्त कार्यालय निदेशक के पद से रिटायर हुआ था। उसके घर की तलाशी के दौरान ACB को 3.65 करोड़ रुपए नकद और 6.65 लाख रुपए के आभूषण बरामद हुए।

कैसे हुआ घोटाले का पर्दाफाश?

ACB ने इस घोटाले में शामिल सभी अधिकारियों और निजी फर्म को नामजद करते हुए 24 जनवरी को FIR दर्ज की। जांच में पता चला कि BDPO कार्यालय ने फर्जी बिल तैयार कर 50 करोड़ रुपए के फंड का गबन किया।

कौन-कौन से आरोपी हिरासत में?

  1. राकेश कुमार (BDPO कार्यालय का क्लर्क): 24 जनवरी को गिरफ्तार, 31 जनवरी तक रिमांड पर।
  2. सतपाल सिंह (BDPO कार्यालय का अकाउंटेंट): 27 जनवरी की रात गिरफ्तार।
  3. शमशेर सिंह (रिटायर्ड अकाउंट ऑफिसर): पंचकूला में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार।

आगे की कार्रवाई जारी

ACB का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ के बाद इस घोटाले से जुड़े अन्य अधिकारियों और निजी व्यक्तियों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। जांच में घोटाले के पूरे नेटवर्क का खुलासा होने की उम्मीद है।

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