गुरु हरगोबिंद साहिब जी का 530वां प्रकाश पर्व मनाया गया
समालखा में गुरुद्वारा श्री गुरु गोबिंद सिंह में श्रद्धा और भक्ति का माहौल
गुरुवाणी कीर्तन और ऐतिहासिक योगदानों को किया गया स्मरण
समालखा, अशोक शर्मा
समालखा के गुरुद्वारा श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और गुरुद्वारा मॉडल टाउन में गुरु हरगोबिंद साहिब जी का 530वां प्रकाश पर्व बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। पूरे गुरुद्वारा परिसर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छत्र छाया में श्री हरगोबिंद साहिब जी की जयंती समारोह का आयोजन हुआ।
समारोह के दौरान भाई गुरमुख सिंह ने गुरवाणी कीर्तन के माध्यम से संगत को निहाल किया। उन्होंने श्रोताओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।

गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान जगतार सिंह बिल्ला ने गुरु हरगोबिंद साहिब जी के शौर्य, बलिदान और आध्यात्मिक योगदान को याद करते हुए बताया कि गुरु साहिब ने चार युद्ध लड़े और विजयी हुए, जो उन्होंने दमनकारी शासन के खिलाफ लड़े थे।
जगतार सिंह ने कहा कि गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने गुरु नानक देव जी के मिशन को आगे बढ़ाते हुए सिख धर्म को आध्यात्मिकता के साथ-साथ युद्ध कौशल में भी सक्षम बनाया। उन्होंने जहांगीर के साथ कश्मीर यात्रा, सामाजिक न्याय की स्थापना, और निष्पक्षता के सिद्धांतों की भी चर्चा की।

समारोह में सभी ने गुरु के आदर्शों, जैसे कि ईश्वर से जुड़ाव, समर्पित भक्ति, और मानवता की सेवा का संदेश याद किया और अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया।