चुलकाना धाम में रविवार को लगे विशाल मेले में पहले दिन भक्तों का जनसैलाब उमड़ा। दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु श्री श्याम बाबा के दर्शन करने पहुंचे। पूरे दिन “श्याम धणी का डंका बजे” के जयकारे गूंजते रहे।
पानीपत, समालखा, गन्नौर, सोनीपत, मेरठ, शामली, बागपत, रोहतक, जींद, सफीदों, गोहाना, करनाल, झज्जर, कुरुक्षेत्र, दिल्ली समेत विभिन्न शहरों और गांवों से भक्तों के जत्थे पैदल यात्रा कर चुलकाना धाम पहुंचे। महिलाएं और युवतियां डीजे की धुन पर भक्ति में झूमते हुए बाबा के दरबार में पहुंचीं।

राजस्थान के ऊंट बने आकर्षण, झूलों ने खींचा बच्चों का ध्यान
इस मेले में राजस्थान से लाए गए ऊंटों का जोड़ा विशेष आकर्षण का केंद्र बना। बच्चों और महिलाओं ने मेले में जमकर खरीदारी की, जबकि छदिया मोड़ पर लगे झूले बच्चों की पसंद बने रहे।
भंडारों में छप्पन भोग, पुलिस ने संभाली व्यवस्था
चुलकाना धाम में दिनभर भंडारे चलते रहे। श्री श्याम रसोई में छप्पन भोग का भंडारा सुबह से ही शुरू हो गया था, जहां हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। कन्या पाठशाला में भी भंडारे का आयोजन हुआ।
पुलिस प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से संभाला। ट्रैफिक को गांव के बाहर रोक दिया गया, जिससे पैदल यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। चुलकाना धाम के चारों ओर पुलिस बल तैनात रहा।
गुलाल से रंगी सड़कों पर गूंजे श्याम बाबा के भजन
पूरे दिन श्रद्धालु रंग-गुलाल उड़ाते हुए भक्ति में सराबोर रहे। भक्त हाथों में निशान लेकर “तेरा चुलकाने का धाम बाबा, गणा कसूता लागे” के गीत गाते हुए पहुंचे।
चुलकाना धाम, जहां कलयुग में शीशदान की गाथा लिखी गई थी, वहां श्रद्धा और भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिला।







