हरियाणा सरकार की ‘बिना पर्ची, बिना खर्ची’ नीति ने एक और प्रेरणादायक सफलता की कहानी गढ़ दी। फरीदाबाद के Ballabhgarh विधानसभा के आजाद नगर स्लम एरिया में रहने वाले मजदूर के बेटे राहुल ने इरिगेशन विभाग में एसडीओ (सब डिविजनल ऑफिसर) के पद पर चयनित होकर परिवार का मान बढ़ाया।
मजदूर का बेटा बना अधिकारी, परिवार में खुशी की लहर
आजाद नगर में रहने वाले किशोरी लाल, जो पत्थर टाइल लगाने का काम करते हैं, ने कभी नहीं सोचा था कि उनका बेटा एक दिन अधिकारी बनेगा। लेकिन राहुल की कड़ी मेहनत और सरकार की पारदर्शी नीति ने यह संभव कर दिखाया। 30 दिसंबर को जारी हुए रिजल्ट में राहुल का चयन हुआ, जिससे पूरे इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई।
विधायक मूलचंद शर्मा ने दी बधाई, खिलाई मिठाई
राहुल के चयन की खबर सुनकर पूर्व कैबिनेट मंत्री और स्थानीय विधायक मूलचंद शर्मा ने उनके घर पहुंचकर मिठाई खिलाई और पूरे परिवार को शुभकामनाएं दीं। विधायक ने इसे सरकार की ईमानदार और पारदर्शी नीतियों की जीत बताया।
‘बिना पर्ची, बिना खर्ची’ नीति ने बदली तस्वीर
पूर्व मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा, “भाजपा सरकार की नीति से आज युवाओं को योग्यता के आधार पर नौकरियां मिल रही हैं। पहले की सरकारों में नौकरियों की बंदरबांट होती थी, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में यह तस्वीर बदल गई है।”
राहुल की मेहनत से मिली कामयाबी
राहुल ने फरीदाबाद के एक निजी कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। 26 साल की उम्र में एसडीओ पद पर चयनित होकर उन्होंने न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे इलाके का नाम रोशन किया है। उनकी इस सफलता से आजाद नगर के अन्य युवाओं को भी प्रेरणा मिली है।
सरकार के प्रति जताया आभार
राहुल ने अपने परिवार के साथ विधायक मूलचंद शर्मा के कार्यालय पहुंचकर सरकार का धन्यवाद व्यक्त किया। किशोरी लाल ने कहा, “यह सब सरकार की नीति और राहुल की मेहनत का नतीजा है। हमें उम्मीद है कि वह आगे भी इसी तरह परिवार और समाज का नाम रोशन करेगा।”