state level Vasanthotsav 2024 flower exhibition

Panipat SD PG College में हुआ 10वें दो दिवसीय State Level Vasanthotsav-2024 पुष्प प्रदर्शनी एवं पुष्प Competition का आगाज

पानीपत बड़ी ख़बर हरियाणा

पानीपत : एसडी पीजी कॉलेज की पर्यावरण बचाओ सोसाइटी और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में दसवें दो दिवसीय राज्य स्तरीय वसंतोत्सव 2024 पुष्प प्रदर्शिनी एवं पुष्प प्रतियोगिता’ के भव्य आयोजन का उदघाटन मुख्यातिथि रोशन लाल मित्तल संरक्षक एसडी एजुकेशन सोसाइटी पानीपत ने किया।

वहीं एसडी एजुकेशन सोसाइटी प्रधान अनूप कुमार और सचिव नरेश कुमार गोयल कार्यक्रम में बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर शिरकत की। अतिविशिष्ट अतिथियों में सतीश चंद्रा चेयरमैन एसडीवीएम हुडा, पवन गर्ग चेयरमैन एसडी इंटरनेशनल स्कूल, रघुनन्दन सरूप गुप्ता चेयरमैन एसडीवीएम सिटी, उमेश कुमार अग्रवाल चेयरमैन एपीट एसडी इंडिया, नीरज कुमार ऑडिटर एमएएसडी पब्लिक स्कूल, अश्वनी गोयल मेम्बर, शिवानी कंडोला प्राचार्य एसडीवीएम सिटी, केएस ढिल्लों पूर्व प्राचार्य कार्यक्रम का हिस्सा बने। कॉलेज प्रबंधकारिणी प्रधान दिनेश गोयल, उप-प्रधान राजीव गर्ग, जनरल सेक्रेटरी महेंद्र अग्रवाल, कोषाध्यक्ष विशाल गोयल, प्राचार्य डॉ. अनुपम अरोड़ा, एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. राकेश गर्ग और वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रवि रघुवंशी ने माननीय मेहमानों का स्वागत पुष्प रोपित गमले भेंट करके किया।

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संगठन का उत्तरदायित्व डॉ. प्रियंका चांदना और डॉ. राहुल जैन निभा रहे है। वसंतोत्सव 2024 पुष्प प्रदर्शिनी में हरियाणा प्रदेश के स्कूल, कॉलेज, संस्थान, नर्सरी के माली और आमजन भाग ले रहे है। पुष्प प्रदर्शनी में भाग लेने का कोई शुल्क नहीं है। वसंतोत्सव 2024 पुष्प प्रदर्शिनी आमजन के लिए दोनों दिन प्रात: 10 बजे से सांय 5 बजे तक खुला रहेगा। कल समारोह का पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित होगा।

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फूल प्रकृति की सबसे प्यारी देन

मुख्यातिथि रोशन लाल मित्तल ने कहा कि वसंत का उत्सव अनंत आशा और उर्जा का प्रतीक है। अभिभावकों और शिक्षण संस्थानों को अपने कोमल युवाओं का ध्यान मालियो की तरह रखना चाहिए और इन्हें सही मार्ग दिखाकर फूलों की तरह खिलने का भरपूर मौका देना चाहिए। अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो देश के युवा कर्णधार खिलने से पहले ही मुरझा जाएंगे। फूल प्रकृति की सबसे प्यारी देन हैं। फूल बहुत ही सुंदर एवं कोमल होते हैं और इनको देखने मात्र से व्यक्ति का मन प्रसन्न हो जाता है। फूल व्यक्ति के मनोभाव पर बहुत ही गहरा प्रभाव डालते हैं। जिनमें व्याप्त कोमलता का भाव हमें सबके साथ कोमलता पूर्ण व्यवहार करने की प्रेरणा देता है। हमारे जीवन में फूलों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका भावनाओं के वाहक के रूप में है। कुछ विशिष्ट भावनाएं और अर्थ विशेष प्रकार के फूलों से जुड़े होते है।

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युवाओं को बनाना है पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार

नरेश कुमार गोयल सचिव एसडी एजुकेशन सोसाइटी ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य हमारे युवाओ को फूलों के माध्यम से खुद के और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनाना है। यह आयोजन तभी सफल माना जाएगा, जब हर एक युवा यह शपथ उठाएगा कि वह हर बुराई को छोड़कर अपने जीवन में फूलों की तरह महकेगा और समाज एवं देश की प्रगति के साथ-साथ धरती और पर्यावरण का भी ईमानदारी से ख्याल रखेगा। वहीं अनूप कुमार प्रधान एसडी एजुकेशन सोसाइटी ने कहा कि जहां पूरी दुनिया प्रदूषण जैसी जटिल समस्या से लड़ने के उपाय ढूंढ रही हैं, वहीं हम अपनी दिनचर्या में थोड़ी सी सावधानी या बदलाव लाकर पर्यावरण को बचाने में बड़ा योगदान कर सकते हैं। इसके लिए हमें ज्यादा कुछ करने की ज़रुरत नहीं है बल्कि केवल अपने घरों में और घर से बाहर पेड़-पोधों को लगाना और बचाना भर है।

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सच्चा मार्ग प्रशस्त करने में फूलों का कोई मुकाबला नहीं

दिनेश गोयल कॉलेज प्रधान ने कहा कि युवाओं को प्रेरित करने और उन्हें सच्चा मार्ग प्रशस्त करने में फूलों का कोई मुकाबला नहीं है। उन्हें उम्मीद है कि हर युवा इस प्रदर्शनी से कुछ न कुछ सीखकर अवश्य जाएगा। वसंत का सच्चा पुजारी जीवन में कभी निराश नहीं होता है। पतझड़ में जिस प्रकार वृक्ष के पत्ते गिर जाते हैं, उसी प्रकार ऐसा इंसान अपने जीवन में से निराशा और असफलताओं को झटक देता है। निराशा से घिरे हुए जीवन में वसंत आशा का संदेश लेकर आता है।

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1500 से ज्यादा पुष्प युक्त रखें गमले

प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने वसंतोत्सव के प्रारूप के बारे में बताते हुआ कहा कि व्यक्तिगत स्पर्धा में कुल 600 से अधिक प्रतिभागियों तथा 15 से अधिक संस्थानों ने वसंतोत्सव में अपने शौक-ए-गुल को प्रदर्शित किया तथा 1500 से ज्यादा पुष्प युक्त गमले रखे। वसंतोत्सव में फूलों की 60 से अधिक किस्में प्रदर्शित की गई है, जिनमें पेटूनिया, गुलाब, कोरनेशन, डाईएन्थस, केक्टस, सेज, फोलीएज, जिरेनियम, एनिमोंन, रेननकुलस, डेलिया, गुलदावदी, साइकलामेन, कल्सुलेरिया, पेन्सी इत्यादि शामिल है। दुर्लभ प्रकार की प्रजातियां जैसे ओर्चिड्स, लिलियम, केसर, आइरिस, लिली भी आकर्षण का केंद्र है। प्रदर्शनी में अलग-अलग कटेगरी में इनाम दिये जाएंगे। जिनमें नकद पुरस्कार, शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र शामिल है। वहीं मालियों को विशेष तौर पर नकद इनाम से नवाजा जाएगा। सेल्फी पॉइंट्स पर ली गई ‘सेल्फी विद फ्लावर्स’ प्रतियोगिता और रंगोली के सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया जाएगा।

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ये रहे मौजूद

इस मौके पर कॉलेज के स्टाफ सदस्य डॉ. संगीता गुप्ता, प्रो. राकेश सिंगला, प्रो. प्रवीन खेरडे, डॉ. मुकेश पूनिया, डॉ. एसके वर्मा, डॉ. राकेश गर्ग, डॉ. दीपिका अरोड़ा मदान, डॉ. मोनिका खुराना, डॉ. दीपा वर्मा, डॉ. प्रियंका चांदना, प्रो. प्रवीण कुमारी, डॉ. सुशीला बेनीवाल, डॉ. संतोष कुमारी, डॉ. रवि कुमार, डॉ. राहुल जैन, प्रो. मनोज कुमार, दीपक मित्तल, चिराग सिंगला, माली नगीना आदि मौजूद रहे।