पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में और शहीदों की स्मृति में Smile Foundation Society ने एक भव्य कैंडल मार्च और तिरंगा यात्रा का आयोजन किया। इस आयोजन में युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। उनके हाथों में तिरंगे और मोमबत्तियाँ थीं, और उनके दिलों में शांति, एकता और बहादुरी का संदेश।
Smile Foundation Society की अध्यक्ष सुनीता सिवाच जी ने इस मौके पर कहा कि आज की ये यात्रा सिर्फ विरोध नहीं, एक प्रण है, आतंकवाद के खिलाफ, अन्याय के खिलाफ, डर के खिलाफ। जब कोई निर्दोष जान जाती है, तो वो सिर्फ एक परिवार का दुख नहीं होता, वो पूरे समाज की पीड़ा होती है। हम सब एकजुट होकर यही संदेश देना चाहते हैं कि हर बर्बरता का जवाब इंसानियत से देंगे, हर डर का जवाब हौसले से देंगे।
उन्होंने आगे कहा कि जब एक दीप जलता है, तो एक उम्मीद जागती है। आज जब इतने लोग एक साथ दीप जलाकर आगे बढ़े हैं, तो यकीन है कि यह समाज डर के अंधेरे को पीछे छोड़, एक नए उजाले की ओर बढ़ रहा है।
मार्च के दौरान ‘भारत माता की जय’, ‘शांति चाहिए, आतंक नहीं’, और ‘एकता ज़िंदाबाद’ जैसे नारों ने वातावरण को जोश और श्रद्धा से भर दिया। यह यात्रा न केवल आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की प्रतीक बनी, बल्कि मानवता और शांति के लिए सामूहिक संकल्प का प्रतीक भी।
Smile Foundation Society ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे आगे आएं, एकता का दीप जलाएं और एक सुरक्षित, सशक्त समाज की नींव रखें। इस आयोजन को सफल बनाने में पार्षद अजय शर्मा जी, अमरजीत, विपुल धीमन, विनय मालिक, मीनाक्षी, किरण मलिक, भावना, मंथन शर्मा, शीला देवी, दयानंद जी, याशिका और दक्ष जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा।