हरियाणा के जिला पानीपत के गांव सिठाना में शनिवार को गुरु रविदास जयंती के उपलक्ष्य में निकाली जा रही शोभायात्रा में बड़ा हादसा हो गया। हादसे में एक युवक की करंट लगने से मौत हो गई, जबकि 2 युवक बुरी तरह झुलस गए। तीनों युवक गांव सिठाना के निवासी हैं। मृतक की पहचान शमेशर सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने परिजनों के बयान के आधार पर मुदकमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि पानीपत के गांव सिठाना में गुरु रविदास जयंती के उपलक्ष्य पर शोभायात्रा निकाली जा रही थी। जिसमें सैकड़ों युवा और ग्रामीण मौजूद थे। इसी बीच शोभायात्रा की पालकी लेकर जैसे ही युवक सड़क से गुजर रहे थे तो सड़क को क्रॉस करते हुए ऊपर से जा रही 11000 वोल्टेज की तार पालकी के साथ टच हो गई। इस दौरान पालकी को खींच रहे 3 युवक करंट की चपेट में आ गए। जिन्हें इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया।

इस दौरान चिकित्सक ने शमशेर नाम के युवक को मृत घोषित कर दिया, दो लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे मृतक शमशेर के परिजनों और ग्रामीणों ने हादसे के पीछे बिजली निगम की लापरवाही को कारण बताया है। परिजनों का आरोप है कि यह हादसा बिजली निगम की लापरवाही के चलते हुआ है।

हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक शमशेर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल के शवगृह में भिजवाया। इसके बाद पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव परिजनों को सौंप दिया। इस संबंध में जांच अधिकारी राकेश का कहना है कि मामले में परिजनों के बयान के आधार पर 174 के तहत कार्रवाई अमल में लाई गई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

मृतक के चचेरे भाई अशोक और ग्रामीण सतपाल का कहना है कि पानीपत में आए दिन करंट की चपेट में आने से लोगों की मौत हो रही है। बिजली निगम की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। सड़कों ही नहीं, घरों के ऊपर लटकी तारों का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है।

अशोक का कहना है कि मृतक अशोक एक बेटी का पिता था, जबकि इन दिनों उनकी पत्नी गर्भवती है। ऐसे में मृतक के परिवार की खुशियां मातम में बदल गई हैं। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि करीब एक महीना पहले भी गांव में बिजली को लेकर हादसा हो चुका है।