(समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट) दिल्ली स्थित निरंकारी चैक, बुराड़ी रोड में आयोजित विशेष सत्संग समारोह में सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने नववर्ष के अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं को संबोधित किया। इस आयोजन में माता जी ने बताया कि नववर्ष केवल कैलेंडर का बदलाव नहीं, बल्कि हर पल को सार्थक बनाने का अवसर है।
उनका कहना था कि सच्ची खुशी और आनंद केवल निरंकार में समाहित है और हमें अपने जीवन को इस तरह ढालना चाहिए कि हम निरंकार की महिमा को हर कार्य में महसूस कर सकें।
सतगुरु माता जी ने यह भी कहा कि सेवा, सुमिरण और संगत का वास्तविक अर्थ तभी प्रकट होगा जब हम इसे दिल से अपनाएंगे, और हमें अपनी आध्यात्मिकता में बदलाव सामाजिक दबाव या मित्रता के कारण नहीं लाना चाहिए।

उनका संदेश था कि हम अपने जीवन को निरंकार से जोड़कर आध्यात्मिक जागरूकता और संतोष को अपनी जिंदगी में फैला सकते हैं। समारोह में आदरणीय राजपिता जी ने भी समाज में परमात्मा के अस्तित्व पर संदेह को लेकर चिंता जताई और कहा कि सत्य की राह को अपनाने का समय है।

अंत में, सतगुरु माता जी ने सभी श्रद्धालुओं के लिए सुख, समृद्धि और आनंदमय जीवन की शुभकामनाएं दी। नववर्ष के इस दिव्य अवसर पर दी गई यह आध्यात्मिक मार्गदर्शिका न केवल नए साल की शुरुआत के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि जीवन को एक नई दिशा देने का एक मौका भी प्रदान करती है।