पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए सीआईए टू पुलिस ने थाना इसराना क्षेत्र के अंतर्गत लौहारी गांव में हुई युवक की हत्या मामले में 24 साल से फरार चल रहे आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान रामेहर निवासी लौहारी के रूप में हुई।
थाना इसराना प्रभारी इंस्पेक्टर बलराज ने बताया कि थाना इसराना में गांव लौहारी निवासी भीमा पुत्र भरतू ने वर्ष 1999 में शिकायत देकर बताया था कि 18 मई 1999 को वह और उसका बड़ा भाई गोरधन गांव औसर में ट्यूबवेल लगाकर एक साथ देर सायं घर लौटे थे। गोरधन देर शाम करीब 7:30 बजे घूमने फिरने के लिए घर से बाहर चला गया था। देर शाम तक वापिस घर नही लौटा तो वह भाई को देखने के लिए अड्डे की तरफ गया तो वहा गांव निवासी बलबीर व चंद्र पुत्र हरिचंद, नन्हा पुत्र श्रीचंद व रामेहर पुत्र चंद्र उसके भाई गौरधन को नीचे सड़क पर डाल कर गंडासी, सरिया व लाठी से पीट रहे थे। भाई के सिर में काफी चोटे मारी जिससे बेहोश हो गया।
भाई को छुड़ाने की कोशिश की तो आरोपियों ने उसको भी जमीन पर गिराकर चोट मारी। उसने बचाव के लिए शौर किया तो भाई जयहिंद, काला व गांव के अन्य युवकों ने उसको छुड़ाया। सभी आरोपी चोट मारकर जान से मारने की धमकी देकर भाग गए। उन दोनों को परिजन इलाज के लिए पानीपत सिविल अस्पातल लेकर पहुंचे जहा डॉक्टर ने गोरधन की गंभीर हालत को देखते हुए उसे रोहतक पीजीआई के लिए रेफर कर दिया व उसको वही पर दाखिल कर लिया था। बाद में इलाज के दौरान गोरधन की मौत हो गई थी। शिकायत पर थाना इसराना में आरोपियों के खिलाफ मारपीट व हत्या की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस द्वारा कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई।
10 माह बाद बेल होने पर चार आरोपी आ गए थे बाहर
इंस्पेक्टर बलराज ने बताया कि थाना इसराना पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए वारदात के पांच दिन बाद ही आरोपी बलबीर, चंद्र, नन्हा व रामेहर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। जहां से चारों आरोपियों को न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया था। चारों आरोपी करीब 10 महीने बाद न्यायालय से बेल होने के बाद जेल से बाहर आ गए थे। आरोपी रामेहर बेल पर आने के बाद फरार हो गया था। न्यायालय द्वारा आरोपी रामेहर को 15 जुलाई 2002 को पीओ घोषित किया गया था और आरोपी बलबीर, चंद्र व नन्हा को 4 दिसम्बर 2003 को उम्र केद की सजा सुनाई थी। साथ ही 10 हजार रूपये का जुर्माना लगाया था।
मोतीनगर में झुग्गी डालकर रह रहा था आरोपी
इंस्पेक्टर बलराज ने बताया कि सीआईए टू पुलिस ने शुक्रवार को मिली गुप्त सूचना पर दबिश देकर फरार आरोपी रामेहर को दिल्ली से गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया उसने दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर छुपकर फरारी काटी। हाल में आरोपी दिल्ली के मोतीनगर राखी मार्केट में झुग्गी डालकर रह रहा था। पूछताछ के बाद थाना इसराना पुलिस ने आरोपी रामेहर को शनिवार को न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया।