किसान आंदोलन के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। केंद्र सरकार और किसानों के बीच7वें दौर की वार्ता के बाद, जब किसान नेता वापस पंजाब लौट रहे थे, उसी दौरान पंजाब पुलिस ने मोहाली में किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में ले लिया। इसके अलावा, कई अन्य किसान नेताओं को भी हिरासत में लिए जाने की खबरें आ रही हैं। इस कार्रवाई के चलते किसानों और पुलिस के बीच झड़प की भी खबर है।
खनौरी और शंभू बॉर्डर पर बढ़ा तनाव, पुलिस फोर्स तैनात
खनौरी बॉर्डर और शंभू बॉर्डर पर पिछले लंबे समय से किसानों का धरना जारी है, लेकिन अब हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, पंजाब पुलिस बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है और खनौरी बॉर्डर के नजदीकी गांवों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। यहां बसें, एंबुलेंस और हुक लगे ट्रैक्टर भी खड़े किए गए हैं। पुलिस को अभी अगले आदेशों का इंतजार है, लेकिन इलाके में हलचल बढ़ गई है।
इंटरनेट सेवाएं बंद, लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं
सूत्रों के हवाले से यह भी खबर सामने आई है कि बॉर्डर के आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। हालांकि, इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 114वें दिन में प्रवेश कर चुका है, ऐसे में उनकी गिरफ्तारी ने आंदोलनकारियों को और भड़का दिया है।
वार्ता के बाद पंजाब पुलिस का एक्शन!
केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच बैठक सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चली, जिसमें किसान नेताओं के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी शामिल हुए। इस वार्ता के बाद जब किसान नेता शंभू और खनौरी बॉर्डर लौट रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए नेताओं में किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयोजक सरवन पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के जगजीत सिंह डल्लेवाल शामिल हैं। पंधेर को मोहाली की एयरपोर्ट रोड पर गिरफ्तार किया गया, जबकि डल्लेवाल को पुलिस ने संगरूर में हिरासत मेंलिया, जब वे एंबुलेंस में खनौरी बॉर्डर की ओर लौट रहे थे। पुलिस ने उन्हें एंबुलेंस समेत हिरासत में लेकर पटियाला के कमांडो सेंटर (बहादुरगढ़) में शिफ्ट किया।
दोनों किसान नेता इस आंदोलन की अगुआई कर रहे थे, इसलिए उनकी गिरफ्तारी के बाद किसान संगठनों में जबरदस्त आक्रोश है। इनके अलावा किसान नेता काका सिंह कोटड़ा, अभिमन्यु कोहाड़, मनजीत राय और ओंकार सिंह को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस कार्रवाई की मुख्य वजह यह बताई जा रही है कि बैठक के दौरान पंजाब सरकार ने किसानों को शंभू और खनौरी बॉर्डर पूरी तरह खोलने या कम से कम एक हिस्सा खोलने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन किसान नेता इसके लिए तैयार नहीं हुए। इसी के बाद यह बड़ा एक्शन लिया गया, जिससे आंदोलन की स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है।