Rohtak : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के रक्षा एवं सामरिक अध्ययन विभाग की ओर से आयोजित विशेष व्याख्यान कार्यक्रम में रिटायर्ड रियर एडमिरल प्रदीप जोशी ने कहा कि नौसेना में सुनहरे करियर की अपार संभावनाएं हैं। नौसेना भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देती है । विद्यार्थियों को नौसेना में भर्ती होने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए और नौसेना में भर्ती होकर देश सेवा में अपना योगदान देना चाहिए।
नौसेना के बिना सुरक्षित नहीं समुद्री सीमाएं
भारतीय नौसेना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते उन्होंने नौसेना में महिलाओं की भागीदारी पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हमारा देश तीन ओर से सागर से घिरा होने के कारण हमें भारतीय नौसेना की महत्वपूर्ण आवश्यकता पड़ती है। नौसेना के बिना हम हमारी समुंद्री सीमा को सुरक्षित नहीं रख सकते। समुद्री सेना का ताकतवर होना बहुत जरूरी है। उन्होंने भारत-पाक युद्धों के दौरान भारतीय नौसेना की अहम भूमिका के बारे में जानकारी दी ।
नौसेना का शक्तिशाली होना बहुत जरूरी
रिटायर्ड एडमिरल जोशी ने बताया कि आज के समय में हमारा 80% व्यापार समुंद्र के रास्ते से ही होता है। उन्होंने बताया कि एक देश को शक्तिशाली होने के लिए थल सेना, वायु सेना के साथ-साथ हमारी नौसेना का शक्तिशाली होना भी बहुत जरूरी है। मुख्य वक्ता ने चीन की हिंद महासागर में बढ़ती हुई गतिविधियों, नौसेना की शांति एवं युद्ध के समय में भूमिका एवं भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भविष्य में उत्पन्न चुनौतियों के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस मौके पर विभागाध्यक्ष अध्यक्ष प्रो. सेवा सिंह दहिया, प्रो. एस पी वत्स, आई जी के डी श्योराण, डॉ. प्रताप सिंह, डॉ. प्रोमिला, कर्नल भास्कर गुप्ता, शोधार्थी और विद्यार्थी मौजूद रहे।