हिंसा के बाद नूंह के दौरे पर निकले कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने गांव रेवासन के पास ही रोक लिया। कांग्रेस नेताओं के दौरे को लेकर पुलिस की ओर से पहले ही तैयारियां की गई थी। जैसे ही नेताओं का काफिला रेवासन से गुजरा तो पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें आगे जाने से रोक लिया।
दौरे के दौरान कांग्रेस नेताओं और पुलिस के बीच काफी गहमागहमी भी हुई, लेकिन पुलिस ने कांग्रेस नेताओं की एक नहीं सुनी। कांग्रेस नेताओं को आगे नहीं जाने दिया। वहीं नूंह दौरे के दौरान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव, जितेंद्र भारद्वाज व बीबी बत्रा सहित कई नेता शामिल रहे।
दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार पर जमकर निकाली भड़ास
कांग्रेस नेताओं के नूंह दौरे पर रोक लगाने से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार पर जमकर भड़ास निकाली। हुड्डा ने कहा कि हम पीडि़तों, व्यापारियों और लोगों से मिलना चाहते थे। हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों के बारे में जानकर लोगों से अमन शांति और भाईचारे की अपील करना चाहते थे। साथ ही नलहर मंदिर जाकर लोगों से बातचीत कर जान-माल के नुकसान का जायजा लेना था, लेकिन हमें आगे जाने से रोक लिया गया।
नूंह हिंसा के दिन कहां गई थी पुलिस की बसें
दीपेंद्र ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार का यह रवैये ठीक नहीं है। जब पुलिस की जरूरत होती है तो पुलिस की कमी बताई जाती है। अब हमें आगे जाने से रोकने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस की बसें खड़ी कर रास्ते को बंद कर दिया गया। दीपेंद्र से सवाल उठाते हुए कहा कि नूंह हिंसा के दिन यह पुलिस की बसें कहां गई थी। अगर हिंसा से पहले यह सब व्यवस्थाएं कर ली होती तो शायद नूंह हिंसा को रोका जा सकता था।
100 से ज्यादा मुकदमें दर्ज, अभी राजनैतिक दौरा नहीं ठीक : एसपी
नूंह के एसपी नरेंद्र बिजारणिया का कहना है कि जिले में धारा 144 लागू है और स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। ऐसे में राजनीतिक दौरा ठीक नहीं है। जिससे पुलिस प्रशासन का काम बढ़ जाएगा। फिलहाल पीडि़तों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। दौरे के चलते पुलिस प्रशासन के कार्य में रूकावट पैदा हो सकती है। हमारा अनुरोध है कि स्थिति पूर्ण रूप से सामान्य होने के बाद ही राजनीतिक दौरा किया जाए। नूंह हिंसा मामले में अब तक 100 से ज्यादा मुकद्में दर्ज किए गए हैं और 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।