➤पलवल के मांदकौल गांव में अग्निवीर बलदेव की गोली मारकर हत्या
➤पड़ोसियों पर केस वापसी के दबाव में वारदात का आरोप
➤पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर बनाई दो टीमें
हरियाणा के पलवल जिले के मांदकौल गांव में सेना के 21 वर्षीय जवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान बलदेव के रूप में हुई है, जो 2024 में भारतीय सेना में अग्निवीर के तौर पर भर्ती हुआ था। वह बुधवार, 20 अगस्त को छुट्टी पर घर आया था। रात को खाना खाने के बाद बलदेव खेत पर बने कमरे में सोने गया, जहां 20-21 अगस्त की रात को उस पर हमला हुआ। सुबह परिजनों ने जब खेत पर पहुंचकर कमरे में देखा तो बलदेव का लहूलुहान शव पड़ा मिला। इसके बाद तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। शव को पलवल सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया।

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि बलदेव को सिर में गोली मारी गई थी। परिजनों ने पुलिस को बताया कि गांव के ही पड़ोसी परिवार ने इस वारदात को अंजाम दिया। मृतक के पिता खेमचंद शर्मा ने आरोप लगाया कि पड़ोसी बंशी, अरुण, नरेश, राजेंद्र सहित अन्य लोग लगातार उनके परिवार पर एक पुराने केस को वापस लेने का दबाव बना रहे थे। जब उन्होंने ऐसा करने से इंकार किया, तो पड़ोसियों ने बेटे की हत्या कर दी।
परिवार ने बताया कि 16 जुलाई को इन्हीं आरोपियों ने बलदेव के चाचा बिशन शर्मा पर हमला किया था और खेत में घेरकर उनसे 20 हजार रुपये भी लूट लिए थे। इस घटना की शिकायत बघौला पुलिस को दी गई थी, लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद से आरोपी बार-बार धमकियां दे रहे थे और केस वापसी के लिए दबाव बना रहे थे। मृतक के पिता का कहना है कि बलदेव को भी फोन कर धमकाया गया था और उसे चेतावनी दी गई थी कि अगर उसने परिवार का साथ दिया तो जान से हाथ धोना पड़ेगा।
परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस ने पहले की शिकायत पर कार्रवाई की होती तो आज उनके बेटे की जान बच सकती थी। अब वारदात के बाद पुलिस सक्रिय हुई है और गदपुरी थाना प्रभारी अश्वनी कुमार के अनुसार, मृतक के पिता की शिकायत पर चार नामजद आरोपियों सहित अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने दो टीमें गठित की हैं – एक टीम पोस्टमॉर्टम और कानूनी कार्रवाई में लगी है, जबकि दूसरी टीम आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है। फिलहाल, सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।
गांव में हुए इस हत्याकांड से लोगों में गुस्सा और डर का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं होना पुलिस की लापरवाही को दर्शाता है। वहीं, पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले की तह तक जाकर निष्पक्ष जांच की जाएगी।