6 दिसंबर को पंजाब से किसान दिल्ली कूच करेंगे, जिसके चलते Haryana सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। किसानों की दिल्ली में धरने की योजना को लेकर हरियाणा पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है और कई कड़े नियम लागू किए गए हैं।
हरियाणा सरकार ने पंजाब से आने वाले किसानों से स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि उन्हें दिल्ली कूच की अनुमति तभी मिलेगी, जब वे यह लिखित रूप से पुष्टि करेंगे कि वे दिल्ली में कहां धरना देंगे। इसके साथ ही, किसानों को यह लिखित में देना होगा कि वे रात्रि में पक्का धरना नहीं लगाएंगे।
क्या होंगे सीमा पर बदलाव?
हरियाणा पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर अपनी गश्त को बढ़ा दिया है, और इन बॉर्डरों पर 24 घंटे पुलिस की विशेष ड्यूटी लगाई गई है। पंजाब से आने वाले वाहनों की सख्त जांच की जाएगी, और ट्रैक्टर की एंट्री को पूरी तरह से बैन कर दिया जाएगा।
क्या होगा यातायात पर असर?
यातायात पर भी भारी असर पड़ने की आशंका है, क्योंकि हरियाणा के विभिन्न बॉर्डरों पर चेकिंग शुरू हो गई है। ट्रैफिक को कम करने के लिए पुलिस ने रूट डायवर्ट प्लान लागू किया है और यात्रियों से वैकल्पिक मार्गों और मेट्रो का उपयोग करने की अपील की है।
किसान आंदोलन में नया मोड़!
अगर प्रशासन और किसानों के बीच सहमति बनती है, तो उन्हें दिल्ली जाने के लिए हरियाणा के रास्तों का प्रयोग करने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन यदि किसी भी बिंदु पर समझौता नहीं होता, तो स्थिति और भी तनावपूर्ण हो सकती है। क्या किसानों का दिल्ली कूच हरियाणा सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनेगा? 6 दिसंबर के बाद की परिस्थितियां इस पर निर्भर करेंगी।