सरकारी विद्यालयों में शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (एचबीएसई) ने एचटीईटी लेवल-1 और लेवल-2 की परीक्षा आयोजित की। यह परीक्षा दो शिफ्टों में होती है। पहली शिफ्ट में सुबह 9 बजे तक अभ्यर्थियों की जांच की गई और उन्हें परीक्षा केंद्र में एंट्री दी गई, लेकिन कुछ छात्रों को देरी से पहुंचने या एडमिट कार्ड न मिलने के कारण एंट्री नहीं मिली। इसके बाद भी उन्हें 9 बजे तक अंतिम समय तक एंट्री दी गई।

वहीं कुछ छात्रों ने धुंध के कारण देरी से पहुंचे। शिवानी ने बताया कि धुंध के कारण उनकी बस में देरी हो गई और वह अंबाला पहुंचने में अधिक समय लिया। शिल्पी ने भी बताया कि धुंध की वजह से ट्रेन में देरी हो गई, जिससे उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए जगह-जगह गुहार लगानी पड़ी। परीक्षा के समय बदहाली रोकने के लिए सरकार ने आसपास धारा 144 लागू कर दी थी। साथ ही, परीक्षा के दौरान सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए जैमर और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे। अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में एंट्री के समय उनकी सुरक्षा के लिए उतार-चढ़ाव की चीजें जैसे बेल्ट, घड़ी और घागे दिए गए थे।

अधिकारियों ने सुरक्षा को लेकर उठाए कड़े कदम
परीक्षा के लिए कई स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। सभी छात्रों ने अपनी तैयारी की होशियारी से की थी, लेकिन कुछ छात्रों को अनुभव दिखाया कि अगर समय पर पहुंचने में कोई बाधा आती है, तो वो परेशानी झेलनी पड़ती है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के द्वारा आयोजित एचटीईटी की परीक्षा के दौरान सरकारी अधिकारियों ने सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए और छात्रों को सुखद और सुरक्षित माहौल में परीक्षा देने का सुनिश्चित किया।
