Ambala : बीते रविवार अम्बाला छावनी में बड़े धूमधाम से भगवान परशुराम जन्मोत्सव के उपलक्ष में विशाल शोभा यात्रा निकाली। जिसमें सैंकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया और जो शांति पूर्ण यात्रा रही, उसी बीच जयहिंद सेना प्रमुख नवीन जयहिंद(Naveen Jaihind) भी अम्बाला पहुंचे और शोभा यात्रा में हिस्सा लिया और भगवान परशुराम का आशीर्वाद लिया एवं 36 बिरादरी के लोगों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की।
जयहिंद(Naveen Jaihind) ने बताया कि भोलेनाथ के पहले भगत भगवान परशुराम थे, दूसरे भगवान श्री राम थे और तीसरे दादा रावण थे। इसी बीच नवीन जयहिंद ने जन्मोत्सव में युवाओं को संदेश देते हुए कहा 36 बिरादरी में अगर किसी के साथ भी अन्याय हो रहा हो तो उन्हे आवाज उठानी चाहिए और हमेशा दूसरों की भलाई के लिए तैयार रहना चाहिए। गरीब कमजोर की लड़ाई लड़ने वाला ही परशुराम का असली चेला होता है और जो आवाज नहीं उठा सकते वह किसी भी भगवान के भक्त नहीं हो सकते। इसी बीच पत्रकार द्वारा पूछे गए लोकसभा चुनाव के सवाल का जवाब देते हुए जयहिंद ने कहा कि चुनाव के चक्र में जनता आपस में लड़ाई झगड़ा न करें, भाईचारा बनाए रखें।
जयहिंद ने कहा कि मेरा किसी पार्टी के साथ कोई मतलब नही है और भगवान परशुराम को किसी भी तरह से राजनीतीकरण में हम प्रयोग नहीं होने देंगे, क्योंकि भगवान परशुराम सबके और और न्याय के देवता है। जिसको जिस जगह वोट डालनी है, वो डाले, लेकिन भगवान परशुराम के नाम का और समाज का इस्तेमाल हम नही होने देंगे। वहीं युवाओं में नवीन जयहिंद को देख कर काफी उत्साह देखने को मिला और प्रभाकर नारायण राव पेशवा भी नवीन जयहिंद से बड़े सौहार्द से मिले और जयहिंद ने 19 मई पहरावर का भगवान परशुराम जन्मोत्सव का चूल्हा न्यौत दिया। वही जंगशेर शर्मा, विमल गिवारी सहित राष्ट्रीय परशुराम सेना ब्रह्मवाहिनी के सदस्य के साथ शोभा यात्रा निकली गई।
पहरावर में लगेगी 121 फीट की परशुराम की मूर्ति
जयहिंद ने कहा कि आगामी 19 मई को पहरावर में भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाया जाएगा और उसका न्योता 36 बिरादरी का भाईचारा 36 बिरादरी को घर -घर देकर आएगा। देश में अयोध्या में श्रीराम की सबसे बड़ी मूर्ति लगाई गई हैं और पहरावर में 121 फीट भगवान् परशुराम मंदिर मूर्ति निर्माण की नींव रखी जाएगी। भगवान परशुराम की मूर्ति न्याय, मान-सम्मान और स्वाभिमान की प्रतिक होगी। सामाजिक योद्धाओं (36 बिरादरी) के जिन्होंने पहरावर की जमींन के लिए संघर्ष किया, उन्हें भगवान परशुराम जन्मोत्सव में सम्मानित जाएगा। जयहिंद ने साथ ही कहा कि यह कार्यक्रम पूरी तरह से गैर -राजनीतिक और सामाजिक रहेगा। किसी भी तरह से राजनीतिक बयानबाजी इस कार्यक्रम नहीं होगी।
वोट मांगने आए नेताओं से करें सवाल
जयहिंद ने कहा कि इस मौके पर देशी घी का भंडारा किया जाएगा और 36 बिरदारी के लोग प्रसाद ग्रहण करने पहुंचेंगे। साथ ही जयहिंद ने अपनी जनता जगाओं-नेताओं पर सवाल दागो मुहीम को लेकर कहा कि आपके पास वोट मांगने आए नेताओं चाहे पक्ष के हो या विपक्ष के किसी का रास्ता न रोके सवाल करें, बल्कि उनसे सवाल करें। उन्होंने पांच साल में बुढ़ापा पेंशन(थारा फूफा जिन्दा है), फैमिली आईडी, बेरोजगारी (बेरोजगारों की बारात), खराब सडकों की समस्या, पानी की समस्या, नशे व अपराध की समस्या सहित किन मुद्दों पर आपकी आवाज उठाई। जब वे आपके पास आये तो उनका न तो रास्ता रोको और न ही उन पर पथराव करो, अपने मुद्दों पर उनसे सवाल पूछों। किसी और की राजनीति के चक्कर में अपना भाईचारा खराब न करें।