Kisan Andolan 2 Live Updates : हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन का नेतृत्व संभाल रहे किसान मजदूर मोर्चा के कोऑर्डिनेटर एवं पंजाब के किसान नेता सरवन सिंह पंधेर को तमिलनाडु में गिरफ्तार कर लिया गया है। सरवन सिंह पंधेर तमिलनाडु के जिला कोयंबटूर में किसानों के साथ मांगों को लेकर केंद्र सरकार का पुतला फूंक रहे थे। इस दौरान पुलिस ने सरवन सिंह पंधेर सहित 4 किसान नेताओं गुरमीत सिंह मांगट, मनजीत सिंह राय और हरविंद्र सिंह मसानिया को गिरफ्त में लिया है।
बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार को पुतला फूंकने से पहले ही पुलिस ने किसान नेताओं को काबू कर लिया। उधर भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के प्रवक्ता तेजवीर सिंह पंजोखरा ने शंभू बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन के मंच से इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने किसानों को सरवन सिंह पंधेर सहित 4 किसान नेताओं की गिरफ्तारी की सूचना दी है। उन्होंने बताया कि रविवार को चारों साथी कोयंबटूर के लिए फ्लाइट चढ़े थे और वहां पर भव्य स्वागत किया गया। वहीं तेजवीर सिंह पंजोखरा का कहना है कि केंद्र व तमिलनाडु सरकार को इस बात का जवाब दिया जाएगा।
इतना ही नहीं, बताया जा रहा है कि किसानों ने 9 अप्रैल को शंभू बॉर्डर के पास रेलवे ट्रैक को अनिश्चित काल के लिए जाम करने का ऐलान किया है। ऐसे में रेलवे प्रशासन के साथ आमजन की मुश्किलें बढ़ना लाजिमी है। बता दें कि अगर किसान रेलवे ट्रैक पर बैठते हैं तो दिल्ली-पंजाब रूट पर आवागमन करने वाली ट्रेनें प्रभावित हो सकती हैं। किसान अपनी मांगों के साथ अब 5 किसान नेताओं की रिहाई की भी मांग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर पंजाब-हरियाणा के किसानों ने 13 फरवरी से आंदोलन की शुरुआत की थी। इसके बाद से किसान अपनी मांगों को लेकर हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा जमाए बैठे हैं। इस बीच पुलिस कई किसान नेताओं को गिरफ्तार भी कर चुकी है। किसानों का कहना है कि पुलिस 10 फरवरी के बाद से हरियाणा में सैकड़ों किसानों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें 5 किसान नेता अब भी पुलिस की गिरफ्त में हैं।
बता दें कि रविंद्र सिंह और अमरजीत सिंह को 13 फरवरी, अनीश खटकड़ को जींद पुलिस 19 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। वहीं अंबाला पुलिस ने 28 मार्च को युवा किसान नेता नवदीप सिंह और गुरकीरत सिंह को गिरफ्तार किया। 3 दिन पुलिस रिमांड के बाद से वह अंबाला सेंट्रल जेल में हैं। किसानों ने मांग की है कि पुलिस प्रशासन किसान नेताओं को जल्द जेलों से बाहर निकाले।