Farmers के प्रदर्शन और सरकार के साथ वार्ता के बाद आज सुबह किसानों ने बताया कि किसान शंभू बॉर्डर पर दोपहर के समय रेलवे ट्रैक(Rail Stop) पर जाम करेंगे। यह कदम संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर उठाया जाएगा। 16 अप्रैल तक के लिए सरकारी अधिकारियों के साथ हुई बातचीत के बाद किसानों ने इसे स्थगित कर दिया था।
बता दें कि अधिकारियों ने युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेहड़ा और दूसरे दो किसानों को रिहा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन वे अभी भी जेल में हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि वे विपक्ष से भी कुछ सवाल पूछेंगे। उन्होंने खेती और व्यापार से जुड़ी अहम बातों पर भी चर्चा की। पंधेर ने कहा कि विपक्ष ने अभी तक कुछ मांगों को लेकर स्पष्टता नहीं दिखाई है, जैसे कि मनरेगा और दिहाड़ी के मुद्दे। साथ ही भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष से चुनौती भी दी है। उन्होंने कहा कि वे 23 अप्रैल को एक मीटिंग का आयोजन करेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री और अन्य महत्वपूर्ण नेताओं से मिलेंगे।
किसानों की रिहाई के मुद्दे पर हरियाणा सरकार को बचाने का आरोप लगा रहे पंधेर ने कहा कि सरकार किसानों को रिहा करने से भाग रही है। उन्होंने कहा कि रेलवे ट्रैक पर जाम लगाने का मकसद सरकार को दिखाना है कि उन्होंने अपने वादों को पूरा नहीं किया। इस आंदोलन की शुरुआत 13 फरवरी से हुई थी, जिसमें कई किसान नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया था। अब तक 3 नेताओं को जेल में बंद किया गया है, जिसमें अनीश खटकड़ और गुरकीरत सिंह भी शामिल हैं।