जलभराव की समस्या से अक्सर अंबाला वासी परेशान रहते है। अंबाला के आजाद नगर के लोग जब से बाढ़ आई है, तब से जलभराव की समस्या से जूझ रहे है। कहना गलत नहीं होगा कि नरकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं। बाढ़ आई को एक महीना हो गया है, तब से अब तक गलियों में पानी खड़ा है। लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। यहां तक कि लोग घर में कैद होकर रह गए है। गलियों में गंदे पानी के खड़े होने से लोगों के पैर खराब हो गए है।
लोगों को गंदे पानी से गुजरकर बाहर जाना पड़ता है। लोगों को अब महामारी फैलने का भी डर सताने लगा है। कईं लोग यहां से पलायन करने की भी सोच रहे है। स्थानीय निवासी प्रशासन से पानी निकासी की उचित ववस्था करने की गुहार लगा रहे है। वहीं जब इस बारे में नगर परिषद के सचिव राजेश कुमार से बात की, तो उन्होंने जल्द ही इस समस्या का समाधान करने का आश्वाशन दिया।
घरों में भर गया था 5 से 10 फीट तक पानी
बता दें कि टांगरी नदी में आई बाढ़ का मंजर लोगों ने देखा था कि किस प्रकार बाढ़ के पानी ने तबाही मचाई थी। लोगों के घरों में 5 से 10 फीट तक पानी भर गया था। जिसकी वजह से लोगों का घर में रखा सारा सामान खराब हो गया था। इस मंजर को लोग अभी तक नही भूले। बाढ़ आई को लगभग एक महीना हो गया है और अभी तक कॉलोनी की गलियों में एक फीट तक पानी खड़ा है। जैसे ही पानी सूखने लगता है, तभी फिर से बारिश आ जाती है।
बारिश के कारण भी सूख नहीं पा रहा पानी
हालत ये हो गए हैं कि अब लोगों को ये लगने लगा है कि कभी गली से पानी सूखेगा भी या नहीं। हालंकि प्रशासन द्वारा दो बार गली से पानी को निकाला गया, लेकिन जैसे ही पानी निकल कर जाते है, तभी फिर से बारिश हो जाती है और गलियों में फिर से पानी भर जाता है। इसका मुख्य कारण पानी निकासी न होना है। लोग जैसे ही घर से बाहर पैर रखते है, तो लोगों को गंदे पानी और कीचड़ का सामना करना पड़ता है।
बच्चे स्कूल जाने से भी रहे डर
लोग गंदे पानी में से गुजरकर बाहर जाते है, जिसकी वजह से लोगों के पैर तक खराब हो रहे है और अब लोगों को महामारी फैलने का भी डर सताने लगा है। बच्चे स्कूल में जाते हुए भी डरते हैं। जहां पहले लोग बारिश को इंजॉय करते थे, अब लोगों को बारिश से डर लगने लगा है। कईं लोग जलभराव की समस्या से परेशान होकर यहां से पलायन करने की भी सोचा रहे है। लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि पानी निकासी का कोई उचित प्रबंध किया जाए, ताकि वो यहां पर रह सके और जलभराव की समस्या से छुटकारा मिल सके।