Ambala जिले के बलाना गुरुद्वारे में हरियाणा और पंजाब के किसान संगठनों(farmer organization) ने एक महत्वपूर्ण बैठक(Meeting) की। बैठक में प्रमुख किसान नेता सरवण सिंह पंधेर, BKU शहीद भगत सिंह यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत सिंह मोहड़ी और अन्य किसान नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य युवा किसान नेता नवदीप सिंह(Navdeep Singh) जलबेहड़ा की रिहाई के लिए रणनीति(Strategy for the release) बनाना था।
बता दें कि नवदीप सिंह, जिन्हें ‘वाटर कैनन बॉय’ के नाम से भी जाना जाता है, इस बार के किसान आंदोलन में एक प्रमुख भूमिका में रहे हैं। पंजाब में किसान आंदोलन शुरू होने से पहले ही उन्होंने किसानों को एकजुट करना शुरू कर दिया था। सोशल मीडिया के माध्यम से भी उन्होंने सरकार को लगातार चुनौती दी और किसानों के मुद्दों को उजागर किया। सरकार के खिलाफ लगातार बोलने और सक्रियता के कारण नवदीप सिंह हरियाणा पुलिस के निशाने पर आ गए। आंदोलन के दौरान, नवदीप और उनके साथी बख्तरबंद पोकलेन मशीन के साथ आए और हरियाणा सरकार को चुनौती दी।
घटना के बाद पुलिस ने नवदीप सिंह और उनके साथी को मार्च में चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया। गुरकीरत, जो नवदीप का साथी था, उसे कोर्ट से जमानत मिल गई, लेकिन नवदीप सिंह अभी भी अंबाला की सेंट्रल जेल में बंद हैं। बलाना गुरुद्वारे में हुई इस बैठक में किसान नेताओं ने नवदीप सिंह की रिहाई के लिए कई रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने निर्णय लिया कि नवदीप की रिहाई के लिए कानूनी कदम उठाए जाएंगे और इसके साथ ही जनसमर्थन भी जुटाया जाएगा। किसान संगठनों ने इस बात पर जोर दिया कि नवदीप सिंह को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है और उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाना चाहिए।
किसान आंदोलन का प्रभाव
नवदीप सिंह और उनके साथियों की गिरफ्तारी ने किसान आंदोलन को और भी मजबूती दी है। किसानों का मानना है कि नवदीप की गिरफ्तारी सरकार की उन नीतियों के खिलाफ उठाई गई आवाज को दबाने की कोशिश है, जो किसानों के हित में नहीं हैं। इसी कारण, किसान संगठनों ने नवदीप की रिहाई के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का निर्णय लिया है।