Haryana के जिला अंबाला में अवैध खनन का निरीक्षण करने पहुंचे नारायणगढ़ एसडीएम यश जालूका और उनकी टीम पर जानलेवा हमले का मामला सामने आया है। इसका खुलासा एसडीएम के सिक्योरिटी गार्ड द्वारा नारायणगढ़ थाने में शिकायत देने के बाद हुआ। आरोप है कि इनोवा गाड़ी सवारों ने पहले तो उनकी गाड़ी का पीछा किया और दो बार गाड़ी से टक्कर मारने का प्रयास किया। ऐसे में वह बाल-बाल बच गए।
बताया जा रहा है कि यह मामला 27 मार्च की रात का है, लेकिन नारायणगढ़ पुलिस ने अब कार्रवाई की है। नारायणगढ़ थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रामपाल सिंह ने बताया कि एसडीएम के सिक्योरिटी गार्ड जसबीर सिंह की शिकायत पर गाड़ी नंबर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। इनोवा गाड़ी के मालिक व ड्राइवर के खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और हत्या के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता जसबीर सिंह के अनुसार नारायणगढ़ एसडीएम यश जालूका, ड्राइवर सुखदेव सिंह, अभिषेक पिलानिया और वह अपनी प्राइवेट गाड़ी में सवार होकर 27 मार्च की रात करीब 1 बजे गश्त करते हुए अवैध खनन का जायजा ले रहे थे। तभी एक इनोवा गाड़ी ने उनका पीछा शुरू कर दिया। उन्होंने शिकायत में बताया कि जब टोका साहिब गांव के गुरुद्वारा के पास इनोवा गाड़ी को रोकने की कोशिश की। खनन माफिया की इनोवा गाड़ी ने तेज रफ्तार में कट करते हुए उनकी गाड़ी को टक्कर मारने की कोशिश की और गाड़ी को भगाकर ले गया।
जसबीर सिंह ने बताया कि जब पीछा किया तो चालक ने गाड़ी को झीड़ीवाला नदी के पास उतार लिया था। जैसे ही वह मौके पर पहुंचे और चालक को बुलाने लगे तो दोबारा से उन पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। इस दौरान वह बाल-बाल बच गए। उन्होंने इस हमले के पीछे खनन माफिया के हाथ होने का शक जताया गया है। पुलिस का कहना था कि आरोपी ड्राइवर के पास अधिकारियों की लोकेशन थी। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।