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दो आत्महत्याएं, एक ही सवाल: जेसी बोस वाईएमसीए यूनिवर्सिटी के छात्र ने फंदा लगा कर दी जान

हरियाणा फरीदाबाद

➤जेसी बोस वाईएमसीए यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद में 18 वर्षीय छात्र दक्ष ने बिजली की तार से फंदा लगाकर आत्महत्या की
➤मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है,
➤यह 20 दिनों के भीतर दूसरी घटना है

फरीदाबाद: जेसी बोस वाईएमसीए यूनिवर्सिटी में एक और आत्महत्या की घटना से हड़कंप मच गया है। आज यानी गुरुवार को बीएससी लाइफ साइंस के फर्स्ट ईयर के 18 वर्षीय छात्र दक्ष ने विश्वविद्यालय परिसर में ही फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। यह बीते 20 दिनों में विश्वविद्यालय में आत्महत्या का दूसरा मामला है, जिसने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और शैक्षणिक दबाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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निर्माणाधीन इमारत में लगाई फांसी जानकारी के मुताबिक, हिसार के रहने वाले दक्ष ने दीनदयाल ब्लॉक की एक निर्माणाधीन इमारत की छठी मंजिल पर बिजली के तारों से फंदा लगाकर आत्महत्या की। इस घटना को सबसे पहले वहां काम कर रहे मजदूरों ने देखा, जिन्होंने तुरंत इसकी सूचना विश्वविद्यालय प्रशासन को दी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने दोपहर करीब 3 बजे पुलिस को मामले से अवगत कराया, जिसके बाद सेक्टर-8 थाना पुलिस मौके पर पहुंची।

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सुसाइड नोट में लिखा- ‘कोई जिम्मेदार नहीं’ पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि मृतक छात्र के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। नोट में दक्ष ने साफ तौर पर लिखा है कि उसकी मौत के लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं है। बताया गया है कि दक्ष पिछले एक हफ्ते से कॉलेज नहीं आ रहा था, लेकिन गुरुवार को वह कॉलेज आया और अचानक यह दुखद कदम उठा लिया। शव को फिलहाल बीके अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा गया है। पुलिस का कहना है कि परिजनों की शिकायत या संदेह के आधार पर आगे की जांच की जाएगी।

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20 दिन पहले भी हुई थी ऐसी ही घटना इस घटना ने विश्वविद्यालय में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है, क्योंकि यह 9 अगस्त को हुई एक और आत्महत्या के बाद सामने आई है। मात्र 20 दिन पहले मैकेनिकल इंजीनियरिंग की थर्ड ईयर की छात्रा वंशिका ने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इन लगातार हो रही घटनाओं ने छात्रों के बीच डर का माहौल बना दिया है और यह सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या संस्थान छात्रों के मानसिक तनाव और अकेलेपन की समस्याओं को गंभीरता से ले रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, पढ़ाई और करियर का दबाव, अकेलापन और मानसिक तनाव अक्सर ऐसे आत्मघाती कदमों का कारण बन सकते हैं। फिलहाल पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।